
भागलपुर, 06 सितंबर: भागलपुर के समीक्षा भवन में शनिवार को जीविका के रोजगार सृजन को लेकर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह समेत कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें विभिन्न रोजगारपरक योजनाओं से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त करना रहा।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग के माध्यम से महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। जीविका परियोजना भी इसी पहल का हिस्सा है, जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले की कई महिलाएं विभिन्न योजनाओं से जुड़कर आजीविका कमा रही हैं। कार्यक्रम के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि और अधिक महिलाओं तक इन योजनाओं का लाभ समय पर पहुँचे, ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें। इसके लिए जागरूकता फैलाने, प्रशिक्षण देने और योजनाओं से जोड़ने की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि आज के समय में महिलाओं का आत्मनिर्भर होना न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के विकास के लिए जरूरी है। सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं इसी दिशा में काम कर रही हैं, और जिला प्रशासन इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि इनका सीधा लाभ जरूरतमंद महिलाओं तक पहुँचे।
कार्यक्रम में मौजूद अन्य पदाधिकारियों और विशेषज्ञों ने भी रोजगार सृजन की चुनौतियों और संभावनाओं पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे उद्योग, स्वरोजगार योजनाएं और प्रशिक्षण कार्यक्रम ही महिलाओं को सशक्त बनाने की कुंजी हैं।
इस अवसर पर जीविका से जुड़ी कई महिलाओं ने अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से जुड़ने के बाद उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है और अब वे आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार को बेहतर भविष्य दे पा रही हैं।