
भागलपुर: भागलपुर शहर के दक्षिणी क्षेत्र स्थित कटघर मोहल्ला इन दिनों गंभीर जलजमाव की समस्या से जूझ रहा है। पिछले एक महीने से मोहल्ले की सड़कों पर नाले का गंदा पानी जमा हुआ है। उचित निकासी व्यवस्था न होने के कारण यह पानी अब घर-घर तक पहुँच चुका है और लोगों का जीवन नारकीय हो गया है।
कटघर के समाजवासियों का कहना है कि घरों से निकलने वाला गंदा पानी सीधे सड़कों पर भर जाता है और कई जगहों पर यह घुटनों तक जमा हुआ है। इस वजह से लोगों का दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मोहल्ले की गलियों में कीचड़, दुर्गंध और मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। छोटे बच्चों, महिलाओं और बुज़ुर्गों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक बन गई है और स्वास्थ्य संकट का खतरा मंडरा रहा है।
स्थानीय निवासी विजय सिंह, अविनाश सिंह, ऋषभ राज सिंह (भगवा क्रांति के अध्यक्ष), ठाकुर जी, प्रभात झा, शशांक सिंह सहित लगभग 200 घरों के लोग इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लोगों ने बताया कि बारिश का मौसम तो बीत चुका है, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के कारण पानी की निकासी का कोई ठोस इंतज़ाम नहीं किया गया है। नालों की सफाई और जल निकासी के अभाव में गंदा पानी लगातार मोहल्ले में ठहरा हुआ है।
ऋषभ राज सिंह और कुणाल सिंह ने बताया कि गंदे पानी और कीचड़ की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं और बुज़ुर्गों के लिए घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। वहीं, अविनाश सिंह और प्रभात झा ने कहा कि मच्छरों के प्रकोप से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। लोग खुलेआम बीमारियों के चपेट में आने के डर से जी रहे हैं।
कटघर मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम से तत्काल कदम उठाने की माँग की है। उनका कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है। स्थानीय लोगों ने नालों की साफ-सफाई, स्थायी निकासी मार्ग और जलजमाव हटाने के लिए पंपिंग व्यवस्था की मांग की है।
समाजवासियों ने स्पष्ट कहा कि “स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना ही सबसे बड़ी सेवा है। नगर निगम को इस पर त्वरित और ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।”
कटघर निवासी ऋषभ राज सिंह, कुणाल सिंह, आर्यन सिंह, अविनाश सिंह, शशांक सिंह, विजय सिंह, ठाकुर जी और प्रभात झा ने संयुक्त रूप से इस समस्या के समाधान की अपील की है।
कटघर के लोगों की यह आवाज़ प्रशासन तक पहुँचेगी या नहीं, यह आने वाला समय बताएगा, लेकिन फिलहाल यह जलजमाव पूरे मोहल्ले के लिए सबसे बड़ी समस्या बन चुका है।