
भागलपुर: शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की स्थिति का प्रत्यक्ष आकलन करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने आज गोराडीह प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय अगरपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत और उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय के क्लासरूम, लाइब्रेरी, आंगनबाड़ी केंद्र एवं रसोई घर का बारीकी से मुआयना किया। उन्होंने विद्यालय की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया।
बच्चों से किया संवाद
जिलाधिकारी सीधे बच्चों के बीच पहुँचे और उनसे कई सवाल पूछे। उन्होंने जब बच्चों से सवाल किया कि – “बड़े होकर क्या बनना चाहते हो?” तो बच्चों ने उत्साहपूर्वक अपने सपने साझा किए।
- कई बच्चों ने कहा कि वे बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहते हैं।
- वहीं, कुछ बच्चों ने पुलिस पदाधिकारी बनने की इच्छा जताई।
- जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक को सामने पाकर बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया।
विकास आयुक्त ने भी की बच्चों से बातचीत
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह ने भी बच्चों से सवाल-जवाब किया और उन्हें पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। अधिकारियों ने बच्चों को बताया कि नियमित पढ़ाई और अनुशासन ही उन्हें उनके सपनों तक पहुँचाएगा।
शिक्षा पर विशेष जोर
जिलाधिकारी ने विद्यालय के शिक्षकों और कर्मियों को निर्देश दिया कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। साथ ही, उन्होंने कहा कि शिक्षा ही भविष्य की कुंजी है और सरकार की प्राथमिकता है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
बच्चों में दिखा उत्साह और आत्मविश्वास
निरीक्षण के दौरान बच्चों का आत्मविश्वास और उनकी इच्छाशक्ति साफ झलक रही थी। जिलाधिकारी ने बच्चों को मेहनत करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया।