ट्राईसाइकिल के लिए दिव्यांगों को लगाना पड़ रहा है सामाजिक सुरक्षा कोषांग का चक्कर, दिव्यांग रतन ने कहा जमीन ही नहीं तो कहां से लाएंगे आवासीय

दिव्यांगजनों की सहायता को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई तरह की योजना चलाई जा रही है। बावजूद इसके भागलपुर जिले में दिव्यांगजनों को लगातार समाहरणालय स्थित जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग का चक्कर लगाना पड़ता है। कई दिव्यांगजन ट्राई साइकिल के लिए सालों से दौड़ रहे हैं, तो कोई सरकार से मिलने वाली राशि के लिए चक्कर काट रहा है, लेकिन सरकारी मुलाजिमों के द्वारा इसका कोई निदान नहीं निकाला जा रहा है, जिससे क ई दिव्यांगजन परेशान है।
दरअसल शहर के खंजरपुर निवासी दिव्यांग रतन कुमार साह पिछले दो साल से ट्राई साइकिल के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के द्वारा कागजात की मांग किए जाने के कारण उन्हें आज तक ट्राई साइकिल नहीं मिल सका। इसको लेकर रतन कुमार साह का कहना है कि जब उसके पास कोई जमीन और घर नहीं है तो वह विभाग को आवासीय कहां से लाकर देगा। साथ ही कहा कि परेशानी के कारण वह लगातार कार्यालय का चक्कर काट रहा है, कि शायद कभी ना कभी उसे ट्राई साइकिल मिल ही जाएगी। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अगर किसी के पास आवासीय प्रमाण पत्र नहीं हो तो क्या उसे सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा या ऐसे ही बार बार बेबश लोगों को कार्यालय का चक्कर ही लगाना पड़ेगा।