
Bhagalpur News: समाहरणालय, भागलपुर स्थित समीक्षा भवन में आज बिहार सरकार के माननीय उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन, विधि व्यवस्था एवं श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक की शुरुआत में जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने उप मुख्यमंत्री को पीपीटी के माध्यम से अब तक की गई तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाढ़ एवं सूखा जैसे आपदाओं से निपटने हेतु सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, भागलपुर/नवगछिया के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देशित किया कि क्षतिग्रस्त बांधों की मरम्मत समय रहते पूर्ण कर ली जाए।
श्रावणी मेला 2025 की भव्य तैयारी
डॉ. चौधरी ने बताया कि गत वर्ष श्रावणी मेला में लगभग 2 करोड़ 11 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस वर्ष 11 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक आयोजित होने वाले मेले की तैयारी हेतु जिला स्तर पर बैठकें की जा चुकी हैं। सुल्तानगंज स्थित जहाज घाट के समीप रेलवे की 7 एकड़ भूमि को पर्यटन सुविधाओं के विकास हेतु चिह्नित किया गया है। इस भूमि के अस्थायी उपयोग की अनुमति के लिए संबंधित विभागों से पत्राचार जारी है।
माननीय उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इस वर्ष श्रद्धालुओं की सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए तथा मेला क्षेत्र को आकर्षक रूप से सुसज्जित किया जाए।
विकास परियोजनाओं की भी हुई समीक्षा
बैठक में कई महत्त्वपूर्ण विकास योजनाओं की भी समीक्षा की गई:
- ईएसआईसी अस्पताल: सबौर के कुरपट मौजा में प्रस्तावित अस्पताल के लिए भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय: कहलगांव अंचल के अंतिचक व मलकपुर में कुल 215 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
- पीरपैंती पावर प्लांट: परियोजना हेतु भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई प्रगति पर है।
- गंगा रेल ब्रिज: ब्रिज से जुड़े पहुंच पथ हेतु भूमि चिह्नांकन एवं अभिलेखों की जांच की जा रही है।
- मुंगेर–मिर्जाचौकी पथ: उप मुख्यमंत्री ने इसे सितंबर 2025 से पहले पूर्ण करने का निर्देश दिया।
उपस्थित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि
इस समीक्षा बैठक में कहलगांव विधायक पवन कुमार यादव, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया ऋतुराज प्रताप सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) कुंदन कुमार समेत कई वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।