Covid को ध्यान में रखकर नहीं की गई प्रतिमा की स्थापना, पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का लगा रहा तांता

रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा/सुमित शर्मा
सिल्क टीवी/भागलपुर(बिहार) : विषहरी पूजा को लेकर भागलपुर के चम्पानगर प्राचीन विषहरी स्थान समेत जिले के विभिन्न विषहरी मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस दौरान मेढ़पति के अलावा विशेषकर महिला श्रद्धालुओं ने मां मनसा विषहरी की पुरे विधि विधान से पूजा अर्चना की, और डलिया भी चढ़ाया। भागलपुर के भीखनपुर स्थित विषहरी मंदिर, इशाकचक विषहरी स्थान समेत सभी विषहरी मंदिरों में जिला प्रशासन और केंद्रीय विषहरी पूजा समिति के निर्देश पर Covid को ध्यान में रखकर प्रतिमा की स्थापना नहीं की गई।

जबकि भगत और महिलाओं द्वारा पूरे विधि विधान से कलश और नाग कलश स्थापित कर पूजा अर्चना की गई। वहीं पूजा समिति की ओर से लोगों को Covid गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जाती रही लेकिन कई जगहों पर श्रद्धालुओं के बीच Covid महामारी पर आस्था भारी दिखाई दी और लोग बिना किसी खौफ के पूजा करते दिखाई दिए। बता दें कि सती बिहुला, बाला लखेंद्र, भगवान शिव की मानस पुत्री मनसा विषहरी और महान शिवभक्त चंद्रधर चांदो सौदागर से जुड़ी लोक गाथा पर आधारित विषहरी पूजा दो दिनों तक चलती है।

जिसमे रात्रि के वक्त बाला बिहुला का विवाह और सर्पदंश की घटना के बाद सती बिहुला द्वारा अपने मृत पति को पुनर्जीवित करना और छंदों सौदागर द्वारा मां मनसा देवी की पूजा करना महत्वपूर्ण माना जाता है। इधर हर वर्ष की तरह इस वर्ष कहीं भी विशेष उत्साह देखने को तो नहीं मिला, लेकिन पूजा की औपचारिकता पूरी की गई।