
भागलपुर: आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर लगभग 45,000 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है।
कांग्रेस की प्रेस वार्ता में फूटा विरोध का सुर
इस मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से एक स्थानीय होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं भावी प्रत्याशी मोहम्मद कलाम उद्दीन ने की। उन्होंने इस घटना को “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया और चुनाव आयोग से तत्काल जांच की मांग की।
लोकतंत्र पर खतरा: नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता रवि कुमार, इंटक जिला अध्यक्ष ने कहा:
“45,000 नामों का गायब होना सिर्फ तकनीकी गलती नहीं हो सकती, यह एक सुनियोजित साजिश है।“
राजद नेता चक्रपाणि हिमांशु ने भी महागठबंधन के तहत कांग्रेस का समर्थन करते हुए कहा:
“भाजपा-जदयू की सरकार ने कहलगांव को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा है, अब वोटर लिस्ट से नाम काटकर जनता की आवाज भी खत्म की जा रही है।“
आंदोलन की चेतावनी
प्रेस वार्ता में मौजूद अन्य नेताओं — गौतम बनर्जी (युवा अनुमंडल अध्यक्ष), मो. उमर कलाम (युवा कांग्रेस), और शाहनवाज आलम — ने एक स्वर में कहा कि यदि चुनाव आयोग द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर जन आंदोलन करेगी।
जनता के मुद्दों के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी कांग्रेस
नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस इस बार बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्थानीय समस्याओं को प्रमुख मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर मतदाता की भागीदारी सुनिश्चित होना बेहद जरूरी है।