
थिरकन डांस एंड फिटनेस स्टूडियो द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कथक प्रमोशन समर कैंप का समापन सोमवार को उत्साह और रचनात्मक ऊर्जा के साथ हुआ। इस शिविर में भागलपुर शहर सहित आसपास के कई बच्चों ने भाग लिया और लखनऊ घराने की पारंपरिक कथक शैली की तकनीकें सीखी।
नृत्य प्रशिक्षक निभाष मोदी से मिला पारंपरिक प्रशिक्षण
प्रसिद्ध कथक प्रशिक्षक निभाष मोदी ने इस प्रशिक्षण शिविर का संचालन किया। उन्होंने प्रतिभागियों को तीन ताल, एक ताल, झप ताल, धमाल ताल और रूपक ताल जैसी महत्वपूर्ण तालों के अभ्यास कराए। साथ ही भाव, ले, लय और तबले के साथ जुगलबंदी की शास्त्रीय परंपरा से भी बच्चों को परिचित कराया।
प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने नृत्य की आत्मा को समझने, शारीरिक संतुलन, भाव-प्रदर्शन और तालमेल पर विशेष बल दिया। बच्चों ने कथक की गहराई को न केवल सीखा, बल्कि उसे अनुभव भी किया।
संस्कृति से जोड़ने की सार्थक पहल
इस समर कैंप का उद्देश्य केवल नृत्य सिखाना नहीं था, बल्कि बच्चों को भारतीय शास्त्रीय कला की समृद्ध परंपरा से जोड़ना भी था। आयोजकों ने बताया कि प्रशिक्षण में बच्चों ने गहरी रुचि ली और अनुशासन के साथ हर सत्र में सक्रिय भागीदारी निभाई।
शिविर के समापन समारोह में सभी बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रशिक्षक और आयोजकों ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उन्हें आगे भी रचनात्मकता के मार्ग पर बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
टीम के सदस्यों की अहम भूमिका
कार्यक्रम में थिरकन स्टूडियो की निदेशिका अनीता, सह-प्रशिक्षक अनवर और बॉबी (मिस्टर रोबो) ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। इन्होंने न केवल प्रशिक्षण को सुदृढ़ बनाया, बल्कि बच्चों का उत्साह भी बनाए रखा।
आगे भी होंगे ऐसे आयोजन
थिरकन डांस एंड फिटनेस स्टूडियो की ओर से बताया गया कि भविष्य में भी इस तरह के रचनात्मक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को भारतीय संस्कृति, परंपरा और कला से गहराई से जोड़ा जा सके।