
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना जिले के बख्तियारपुर प्रखंड स्थित लखनपुरा में गंगा नदी की पुरानी एवं मृतप्राय धारा को पुनर्जीवित करने के लिए घनसुरपुर घाट से देदौर घाट तक चल रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने मुख्यमंत्री को कार्य की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कार्य में तेजी लाकर इसे आगामी बरसात से पहले पूर्ण कराना सुनिश्चित करें ताकि आमजन को इसका शीघ्र लाभ मिल सके।
4.42 किलोमीटर में गंगा की पुरानी धारा होगी पुनर्जीवित
इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत घनसुरपुर से देदौर तक कुल 4,420 मीटर लंबाई में गाद सफाई कर गंगा की पुरानी धारा को पुनर्जीवन दिया जा रहा है। योजना की प्रशासनिक स्वीकृति ₹3427.80 लाख है। कार्य के अंतर्गत संभावित क्षरण वाले स्थानों पर 1,520 मीटर की लंबाई में जियो बैग स्लोप पिचिंग द्वारा सुरक्षात्मक निर्माण कराया जा रहा है।
योजना में तीन वर्षों तक चैनल के नियमित रखरखाव का प्रावधान भी किया गया है। साथ ही निर्माणाधीन सीढ़ी घाट मंदिर एवं जे०एम०टी० स्कूल के पास संपर्क पथ हेतु आवश्यक भूमि का अधिग्रहण भी किया जा रहा है।
सीढ़ी घाट क्षेत्र में व्यापक विकास कार्य जारी
मुख्यमंत्री ने इसके बाद सीढ़ी घाट क्षेत्र में चल रहे सुरक्षात्मक एवं सौंदर्यीकरण कार्यों का भी जायजा लिया। यहां गंगा चैनल के दाएं तट पर कटाव रोकने हेतु पक्का निर्माण कार्य, गैबियन टो, पीपी रोप एवं जियो बैग स्लोप पिचिंग किया जा रहा है।
इसके अलावा कुल 330 मीटर लंबाई में सीढ़ी निर्माण, 2100 मीटर क्षेत्र में कटाव निरोधक कार्य, पाथवे, शौचालय, चेंजिंग रूम, लैंडस्केपिंग और प्रकाश व्यवस्था जैसी सुविधाएं भी तैयार की जा रही हैं। इस योजना के लिए ₹5606 लाख की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है और कार्य को जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
श्रद्धांजलि और पूजा-अर्चना
निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री ने सीढ़ी घाट स्थित श्री राधे कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। साथ ही स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व सांसद पं० शीलभद्र याजी एवं उनकी धर्मपत्नी स्व० बालकेश्वरी याजी की समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव कुमार रवि, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, सत्यानंद याजी सहित जल संसाधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।