
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के विद्युत उपभोक्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्यमंत्री विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना के तहत सभी घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना की जानकारी देना और उनसे सीधा संवाद करना था।
कार्यक्रम में सुपौल, नालंदा, मुजफ्फरपुर और गया जिलों की महिला उपभोक्ताओं ने मुख्यमंत्री से बातचीत की और योजना के लिए आभार व्यक्त किया। सुपौल की कोमल कुमारी ने कहा कि बची हुई राशि वे अपनी बेटी के खाते में जमा करेंगी। नालंदा की लीला कुमारी ने बताया कि बचत का उपयोग रसोई, बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य में होगा। मुजफ्फरपुर की गुड़िया खातून ने कहा कि अब बिजली बिल ‘जीरो’ आने से बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दे पाएंगी। गया की नूरजहां खातून ने भी इसे घरेलू खर्च में बड़ी राहत बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में राज्य में बिजली की स्थिति बेहद खराब थी, लेकिन सरकार बनने के बाद ऊर्जा क्षेत्र में बड़े सुधार किए गए। ऊर्जा विभाग का बजट बढ़ाकर सभी गांवों और टोलों में बिजली पहुंचाई गई। ‘हर घर बिजली’ निश्चय योजना को अक्टूबर 2018 में तय समय से पहले पूरा किया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराती रही है, जबकि खरीद पर भारी खर्च आता है। अब जुलाई के बिल से लगभग 1.89 करोड़ घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जा रही है। साथ ही, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सभी सरकारी भवनों पर संयंत्र लगाए गए हैं और इच्छुक घरेलू उपभोक्ताओं को भी इसका लाभ दिया जाएगा।
कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग की उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित हुई। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और विभाग के अधिकारियों को आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उपभोक्ताओं के हित में निरंतर काम करती रहेगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, शीर्ष अधिकारी और सभी जिलों के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे, जबकि 16 लाख से अधिक लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।