
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की प्रगति का विस्तृत जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बैरिया स्थित पटना मेट्रो टर्मिनल और जीरोमाईल मेट्रो स्टेशन का स्थल निरीक्षण किया तथा अधिकारियों से परियोजना की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बैरिया स्थित पटना मेट्रो टर्मिनल का दौरा किया। यहां उन्होंने मेट्रो रेल के डिब्बे, रेलवे ट्रैक, यार्ड, पावर ग्रीड एवं प्रशासनिक भवन की प्रगति देखी। अधिकारियों ने जानकारी दी कि यहीं पर मेट्रो रेल का ठहराव, रखरखाव एवं साफ-सफाई का कार्य होगा। साथ ही प्रशासनिक भवन से मेट्रो के सुचारू परिचालन का प्रबंधन किया जाएगा।
इसके बाद मुख्यमंत्री जीरोमाईल मेट्रो स्टेशन पहुंचे और वहां निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को स्टेशन परिसर में उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सुविधाओं जैसे स्वचालित सीढ़ी (एस्केलेटर), टिकट काउंटर, यात्री सुविधा क्षेत्र, पब्लिक और पेड एरिया, लिफ्ट तथा प्लेटफॉर्म तक पहुंचने की व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य में और अधिक तेजी लाई जाए ताकि तय समयसीमा में इसे पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि पटना मेट्रो परियोजना बिहार की राजधानी की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली है। इससे लोगों को बेहतर, सुरक्षित और तेज यातायात की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता और गति दोनों पर विशेष ध्यान दिया जाए और किसी भी प्रकार की बाधा को तुरंत दूर किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार समय-समय पर परियोजना का निरीक्षण करती रहेगी ताकि सुनिश्चित हो सके कि सभी कार्य योजनानुसार और पारदर्शिता के साथ पूरे हो रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पटना प्रमण्डल के आयुक्त डॉ० चंद्रशेखर सिंह, पटना के जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एस०एम० सहित पटना मेट्रो रेल परियोजना के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
पटना मेट्रो परियोजना से शहरवासियों को जाम और यातायात की समस्याओं से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, वहीं यह परियोजना राजधानी के समग्र विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।