
पटना: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस दुखद समाचार को देश के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा—
“स्वर्गीय शिबू सोरेन एक प्रख्यात राजनेता थे। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में तीन बार सेवा दी और राज्य की राजनीति को नई दिशा दी। उनका जीवन आदिवासी समाज के अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा। उनके निधन से न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र को भारी क्षति हुई है।”
परिजनों और समर्थकों के प्रति संवेदना
मुख्यमंत्री ने दिवंगत नेता की आत्मा की चिर-शांति की कामना की और उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को इस दुखद घड़ी में धैर्य और शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
शिबू सोरेन: एक संघर्षशील नेता की विरासत
शिबू सोरेन ने 1970 के दशक में झारखंड आंदोलन का नेतृत्व किया था और 1972 में झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना की। वे लंबे समय तक संसद सदस्य रहे और केंद्र में कोयला मंत्री जैसे अहम पदों पर कार्य कर चुके थे। उनका जीवन सामाजिक परिवर्तन और जनजातीय अधिकारों के लिए एक प्रतीक बन गया था।