
पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित ज्ञान भवन में शनिवार को दो दिवसीय आम महोत्सव-2025 का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर राज्य भर के करीब 800 आम उत्पादकों द्वारा प्रदर्शित 5000 से अधिक आम की किस्मों का अवलोकन कर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जताई।
मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में उपस्थित आम उत्पादकों से आम की विभिन्न प्रजातियों, उनकी विशेषताओं और उत्पादन तकनीकों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि, “आम सिर्फ एक फल नहीं है, यह बिहार की उपजाऊ भूमि, किसानों की मेहनत और हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।”
महोत्सव के दौरान आम की लोकप्रिय प्रजातियों जैसे मालदह, जर्दालू, गुलाबखास, लंगड़ा, दशहरी, हुस्न-ए-आरा, अल्फांसो और फजली सहित दर्जनों किस्मों की प्रदर्शनी लगाई गई है।
प्रतियोगिताएं और मुख्य आकर्षण:
- ‘आम खाओ, इनाम पाओ’ प्रतियोगिता
- बच्चों और किसानों के लिए खास पुरस्कार योजनाएं
- आम पर आधारित विविध गतिविधियां व नवाचार प्रदर्शन
महोत्सव का थीम है:
“पुराने बागों का जीर्णोद्धार, भावी पीढ़ियों को उपहार”
इस आयोजन का उद्देश्य आम उत्पादन को बढ़ावा देना, किसानों को बाजार से जोड़ना और आम के प्रसंस्करण एवं निर्यात को गति देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि रोड मैप के तहत 2007-08 की तुलना में राज्य में आम उत्पादन में 82% की वृद्धि दर्ज की गई है।
विशेष उपलब्धि:
- भागलपुर के जर्दालू आम को 2018 में GI टैग प्राप्त हुआ है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और आम से जुड़े हितधारक उपस्थित रहे।