
भागलपुर: कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भागलपुर शहर का माहौल भक्तिरस से सराबोर हो गया। धार्मिक आस्था और भक्ति का अद्भुत नजारा तब देखने को मिला जब शहर के घंटाघर स्थित महावीर मंदिर से भव्य साईं पालकी यात्रा निकाली गई।
यह यात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर शहर की मुख्य गलियों और चौक-चौराहों से होती हुई पुनः महावीर मंदिर में संपन्न हुई। पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रही। जगह-जगह भक्तों ने पालकी का स्वागत किया और श्रद्धालुओं की सेवा के लिए प्रसाद वितरण एवं पेयजल के स्टॉल लगाए गए।
भक्ति में डूबा रहा शहर
जन्माष्टमी के अवसर पर निकली इस पालकी यात्रा में सजीव झांकियों और भजन-कीर्तन ने भक्तिमय वातावरण बना दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई इस दिव्य झांकी को देखने और साईं पालकी की एक झलक पाने के लिए उत्सुक नजर आया। ढोल-नगाड़ों और मंत्रोच्चारण से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा।
सुरक्षा व्यवस्था रही कड़ी
आयोजन को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखा। यात्रा मार्ग पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई और यातायात को भी समय-समय पर नियंत्रित किया गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वयं यात्रा का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी रखी।
श्रद्धा और उत्साह का संगम
इस मौके पर श्रद्धालुओं ने कहा कि जन्माष्टमी का पर्व न केवल भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक है, बल्कि यह आस्था, भाईचारे और सांस्कृतिक एकता का संदेश भी देता है। साईं पालकी यात्रा ने पूरे शहर को भक्ति और उल्लास के रंग में रंग दिया।
शहरवासियों का कहना है कि इस तरह के आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और आपसी मेल-जोल को भी मजबूत बनाते हैं।
जन्माष्टमी पर निकली इस साईं पालकी यात्रा ने भागलपुर की गलियों को भक्ति और श्रद्धा से सराबोर कर दिया और हर कोई इस दिव्य पल का साक्षी बनकर धन्य महसूस करता रहा।