
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा 25 जून 1975 को लगे आपातकाल की 50वीं बरसी को “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाने पर भागलपुर से कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भाजपा नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “जो लोग ऐसा कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, उन्हें पहले अपनी मानसिक स्थिति का इलाज करवाना चाहिए।”
अजीत शर्मा ने कहा कि भाजपा जनता को गुमराह कर रही है और उनका इमरजेंसी को मुद्दा बनाना केवल राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश है। उन्होंने कहा:
“वे लोग न तो बेरोज़गारी, न महंगाई, न महिला सुरक्षा की बात करते हैं और न ही देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की। सिर्फ 50 साल पहले की बातें उठाकर लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।”
“इमरजेंसी देश की जरूरत थी”
विधायक शर्मा ने इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का बचाव करते हुए कहा:
“उस वक्त देश की स्थिति को देखते हुए आपातकाल लगाना ज़रूरी था। इंदिरा गांधी ने देश को एक रखा, पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बाँटकर बांग्लादेश बनवाया। यह वही इंदिरा थीं जिन्हें भाजपा बदनाम करने में लगी है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी किया कटाक्ष
अजीत शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान पर कार्रवाई की थी, तब उन्होंने किसी का डर नहीं देखा, लेकिन आज के प्रधानमंत्री ट्रंप के एक बयान पर चुप्पी साध लेते हैं।
“आज भाजपा संविधान की दुहाई देती है, लेकिन वह खुद संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रही है।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया और चुनावी संकेत
विधायक का यह बयान ऐसे समय आया है जब बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ तेज़ हो रही हैं और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि जनता सब देख रही है और भाजपा को इसका जवाब चुनाव में मिलेगा।