
भागलपुर जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य के दौरान लापरवाही और उदासीनता बरतने वाले 17 बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) पर जिला प्रशासन ने सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की है। इसमें कुछ को चयनमुक्त कर दिया गया है, जबकि कई निलंबित और विभागीय कार्यवाही के अधीन हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के कार्यालय से प्राप्त निर्देश और विभिन्न अनुमंडल पदाधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों की अनुशंसा पर यह कार्रवाई की गई है। जिन बीएलओ ने कार्य में रूचि नहीं दिखाई, पुनरीक्षण प्रपत्र नहीं उठाए, पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं किया या आदेश की अवहेलना की, उन पर कार्रवाई की गई है।
कार्रवाई का सारांश:
- चयनमुक्त (Chayanmukt):
- श्रीमती अंजनी कुमारी (पीरपैंती)
- श्रीमती रेणु कुमारी (सुलतानगंज)
- FIR दर्ज:
- नूतन कुमारी (इंटरस्तरीय भीमराव अम्बेडकर विद्यालय, भागलपुर)
- निलंबित (Suspended):
- मणिकांत दास, जितेन्द्र कुमार, बेबी भारती, बीबी मेहरुख, संगीता कुमारी, निशा खातून, खगेन्द्र कुमार, पूनम कुमारी, प्रीति प्रिया, जजमेन्ट कुमार
- विभागीय कार्यवाही (Departmental Proceedings):
- श्री जूल्फीकार हैदर, अखिलेश भारती, रविशंकर, विजय कुमार
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इन अधिकारियों द्वारा पुनरीक्षण कार्य के दौरान बार-बार चेतावनी के बावजूद घोर लापरवाही, कार्य के प्रति उदासीनता, आदेशों की अनदेखी, मोबाइल बंद रखना और अमर्यादित व्यवहार जैसे गंभीर आरोप प्रमाणित पाए गए।
संयुक्त निदेशक जनसंपर्क, भागलपुर ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची अद्यतन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यह कार्रवाई प्रशासन की सख्त मंशा का संकेत है कि निर्वाचन से जुड़े कार्यों में पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।