
भागलपुर। शिक्षा के क्षेत्र में भागलपुर के लिए ऐतिहासिक सौगात आई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में देशभर में 57 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने को मंजूरी दी गई। इसमें बिहार को भी बड़ी उपलब्धि मिली है। राज्य में कुल 19 नए केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे, जिससे 18 जिलों के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। खास बात यह है कि भागलपुर भी इसमें शामिल है और अब यहां दूसरा केंद्रीय विद्यालय स्थापित होगा।
अभी तक जिले में केवल कहलगांव स्थित एक केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहा है, लेकिन अब भागलपुर मुख्यालय में भी नए केंद्रीय विद्यालय की स्थापना होगी। इससे शहर और आसपास के हजारों छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिलेगा। केंद्रीय विद्यालय अपने अनुशासन, उत्कृष्ट शिक्षण पद्धति और राष्ट्रीय स्तर की पहचान के लिए जाने जाते हैं।
भागलपुर में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना की यह पहल अचानक नहीं हुई है। वर्ष 2020 में स्थानीय सांसद अजय कुमार मंडल ने संसद में यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद उन्होंने लगातार केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर पत्राचार किया और भागलपुर में विद्यालय खोलने की मांग की। साथ ही जिला प्रशासन से आग्रह किया कि विद्यालय के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध कराई जाए। सांसद के इन सतत प्रयासों का ही परिणाम है कि आज यह सपना साकार हो रहा है।
सांसद अजय मंडल ने इस ऐतिहासिक सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “भागलपुर के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर है। केंद्रीय विद्यालय खुलने से शिक्षा का स्तर और ऊँचा होगा तथा यहां के छात्र-छात्राओं को अब शहर में ही राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त होगी। यह भागलपुर के उज्जवल भविष्य की दिशा में बड़ा कदम है।”
भागलपुर में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना से न केवल छात्रों को लाभ मिलेगा, बल्कि शिक्षा का वातावरण भी और सुदृढ़ होगा। अभिभावकों में भी इस फैसले को लेकर खुशी है क्योंकि उन्हें अब अपने बच्चों को दूर भेजने की जरूरत नहीं होगी। आने वाले समय में विद्यालय की शुरुआत की प्रक्रिया तेज़ी से पूरी की जाएगी।