
औरंगाबाद, 30 सितंबर: औरंगाबाद पुलिस ने मात्र 72 घंटे के भीतर मदनपुर थाना क्षेत्र में हुए बहुचर्चित बेबुल खान उर्फ पिंटू हत्याकांड का सफलतापूर्वक उद्भेदन करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से पूरे इलाके में राहत की भावना देखी जा रही है।
कैसे हुआ खुलासा?
26 सितंबर 2025 को मदनपुर थाना प्रभारी को सूचना मिली कि गढ़हुमुआं टोली स्थित महगुलामू कुएं में एक अज्ञात शव पड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकालकर प्रारंभिक जांच की। पहचान में पाया गया कि मृतक मो. इरफान आलम का पुत्र बेबुल खान उर्फ पिंटू है।
दरअसल, मृतक के भाई मो. इरफान आलम ने 25 सितंबर को अपने भाई पिंटू के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके आधार पर पुलिस ने विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की।
SIT की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
जांच में जुटी SIT टीम ने तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह कबूल किया। उन्होंने बताया कि मृतक पिंटू के साथ उनके बीच पैसों के लेनदेन और व्यक्तिगत रंजिश का विवाद था। इसी विवाद को लेकर 22 सितंबर की शाम आरोपियों ने मिलकर पिंटू को सुनियोजित तरीके से बुलाया और उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को कुएं में फेंक दिया गया ताकि वारदात छुपाई जा सके।
गिरफ्तार आरोपी
- छोटू कुमार (पिता-स्व. ललन प्रसाद), मदनपुर
- गुड्डू उर्फ इब्राहिम (पिता-रामखेलावन मियां), मदनपुर
- उज्जैन मियां उर्फ खान (पिता-स्व. निलो मियां), मदनपुर
- संजय मियां (पिता-गुल्ली मियां), मदनपुर
- रहमत मियां उर्फ बड़कन (पिता-शौकत मियां), मदनपुर
सभी को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस की बड़ी उपलब्धि
औरंगाबाद पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हर संभव संसाधनों का इस्तेमाल किया। तकनीकी जांच, मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंच सकी।
इस सफलता को लेकर जिले में पुलिस की सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि तेज़ कार्रवाई ने जहां मृतक परिवार को न्याय की उम्मीद दी है, वहीं अपराधियों को भी कड़ा संदेश मिला है कि कानून से बचना आसान नहीं है।