
भागलपुर/सुल्तानगंज: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के दौरान लाखों की संख्या में कांवरिए उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर रवाना होते हैं। कांवरियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है।
भागलपुर के एसएसपी हृदयकान्त स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं। सोमवार को उन्होंने सुल्तानगंज से लेकर धांधी बेलारी (भागलपुर-बांका बॉर्डर) तक कांवड़िया पथ का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कंट्रोल रूम, अस्थायी थाना, मेडिकल कैम्प और टेंट सिटी का जायजा लिया।
एसएसपी ने मौके पर मौजूद पुलिस बलों को 24 घंटे सतर्क रहने का निर्देश देते हुए कहा कि “श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है, कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
सुरक्षा व्यवस्था की प्रमुख बातें:
- कांवड़िया पथ पर 150 से अधिक CCTV कैमरों से निगरानी
- हर प्रमुख घाट पर पुलिस बल की तैनाती
- मेले में 15 मजिस्ट्रेट तैनात
- अस्थायी थानों की स्थापना
- अश्वारोही दस्ता को गश्ती ड्यूटी पर लगाया गया
प्रशासन की यह सख्ती श्रद्धालुओं को न सिर्फ सुरक्षा का भरोसा दे रही है, बल्कि मेले की व्यवस्था को भी बेहतर बना रही है। गंगा घाटों से लेकर पूरे कांवड़ मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं।
एसएसपी हृदयकान्त का बयान:
“कांवड़ियों की सुविधा और सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। हर स्तर पर निगरानी की जा रही है, सभी पुलिसकर्मी अलर्ट पर हैं।”
प्रशासन की तत्परता और सख्त निगरानी व्यवस्था से साफ है कि इस बार श्रावणी मेला श्रद्धा के साथ-साथ सुरक्षा का भी प्रतीक बन रहा है।