
Bhagalpur News: भागलपुर के तिलकामांझी चौक स्थित दयाराम हेल्थ केयर क्लिनिक में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत के बाद भारी हंगामा हुआ। मृतक बच्चे के परिजनों ने क्लिनिक प्रशासन और डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें इलाज में लापरवाही और मौत के बाद फीस जमा होने तक शव को रोक कर रखने की बात शामिल है।
मृतक की पहचान नवगछिया के इस्माइलपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत परबत्ता निवासी नारद कुमार के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, नारद को पेट में गंभीर चोट लगने के बाद इलाज के लिए दयाराम हेल्थ केयर में भर्ती कराया गया था। वहां ड्यूटी पर मौजूद डॉ. मुख्तार नावेद ने हालत बिगड़ते देख उसे रेफर करने की बात कही, लेकिन परिजनों का आरोप है कि उचित इलाज नहीं किया गया और इसी दौरान बच्चे की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप:
- इलाज में लापरवाही की गई
- मौत के बाद शव देने से इनकार कर दिया गया, जब तक कि पूरी फीस जमा नहीं की गई
- डॉक्टर क्लीनिक छोड़कर फरार हो गया
- क्लीनिक प्रबंधन ने संवेदनहीनता का परिचय दिया
घटना की सूचना मिलते ही परिजनों ने क्लीनिक में जमकर हंगामा किया और शव को मुक्त कराने के लिए डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
बाइट्स:
🗣 अमित कुमार (मृतक के परिजन):
“बच्चे की हालत बिगड़ रही थी, लेकिन डॉक्टर ध्यान नहीं दे रहा था। फिर कहा गया कि रेफर कर रहे हैं, लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो गई। मौत के बाद भी शव देने से इनकार कर दिया, जब तक कि पूरी फीस नहीं दी जाए।”
🗣 ओमप्रकाश मंडल (क्लिनिक स्टाफ):
“डॉक्टर ने इलाज किया, फिर कहा गया कि केस क्रिटिकल है और रेफर करना पड़ेगा। फीस को लेकर कोई निर्देश नहीं था, लेकिन परिजन हंगामा करने लगे।”
स्थिति फिलहाल:
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और परिजनों के बयान दर्ज किए गए हैं। वहीं, क्लिनिक के डॉक्टर की तलाश जारी है।