
भागलपुर (सुल्तानगंज): श्रावणी मेले में इस बार भक्तिभाव के साथ देशभक्ति की भी अनोखी छवि देखने को मिली। झारखंड के टाटानगर से आए 51 कांवरियों के दल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक एक विशेष कांवर के साथ बाबाधाम (देवघर) के लिए रवाना होकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
यह कांवर केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं था, बल्कि देश के प्रति समर्पण और भारतीय सेना के शौर्य का संदेश देने वाला एक चलता-फिरता प्रतीक भी बना।
‘ऑपरेशन सिंदूर’: कांवर में देश की ताक़त और श्रद्धा का संगम
यह कांवर मिसाइल आकृति में डिज़ाइन किया गया था, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इसकी सजावट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों को प्रमुखता से दर्शाया गया था। कांवर की बाहरी बनावट में भारतीय सेना के शौर्य, मिशन की सफलता, और युवाओं की देशभक्ति भावनाओं को सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया।
दल का नेतृत्व कर रहे पंकज कुमार मिश्रा ने बताया:
“मैं 1992 से कांवर यात्रा कर रहा हूं। इस साल का कांवर देश के युवाओं को समर्पित है। इसे तैयार करने में 45 दिन लगे हैं। यह श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति का मिलाजुला रूप है।”
नारे और संदेश से गूंजा वातावरण
यात्रा के दौरान पूरा जत्था “भारत माता की जय” और “बोल बम” के नारों से वातावरण को राष्ट्रभक्ति और भक्ति से सराबोर करता रहा। यह कांवर श्रद्धालुओं और दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
पिछले वर्ष की थी ‘शिव-पार्वती’ थीम
पंकज मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने शिव-पार्वती आकृति वाला कांवर बनाया था, लेकिन इस वर्ष उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए देश के प्रति नमन और युवाओं को प्रेरणा देने की कोशिश की है।