
Bhagalpur News: शारदीय नवरात्र और दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर जहां पूरा देश भक्ति और उत्सव में डूबा हुआ है, वहीं भागलपुर में इस पर्व की शुरुआत विरोध के सुरों के साथ हुई। जिले के प्रारंभिक शिक्षक और शिक्षिकाएं अपने हक और अधिकारों को लेकर सोमवार को अनशन पर बैठ गए। खास बात यह रही कि अनशन के दौरान शिक्षकों ने मां दुर्गा की तस्वीर साथ रखकर प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया।
शिक्षकों का आरोप है कि भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी लगातार शिक्षकों को प्रताड़ित कर रहे हैं। उनके मुताबिक, बिना किसी गलती के 15 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं कई शिक्षकों का महीनों से वेतन लंबित है। इन मुद्दों को लेकर पूरे जिले के शिक्षक वर्ग में आक्रोश और असंतोष की लहर फैल गई है।
अनशन पर बैठे शिक्षकों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन चरणबद्ध तरीके से और भी व्यापक रूप धारण करेगा। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष केवल वेतन या बहाली का नहीं है, बल्कि यह सम्मान और न्याय की लड़ाई है।
मां दुर्गा की तस्वीर साथ रखकर अनशन करने का संदेश भी बेहद खास रहा। शिक्षकों का कहना है कि जैसे मां दुर्गा शक्ति और न्याय की प्रतीक हैं, वैसे ही उनका संघर्ष भी अन्याय के खिलाफ है। उनका उद्देश्य केवल अपने हक की लड़ाई लड़ना और प्रशासन से न्याय पाना है।
इस आंदोलन के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। जिले भर में शिक्षकों के मुद्दों और इस विरोध की गूंज सुनाई देने लगी है। अब सभी की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि वह इन मांगों को लेकर आगे क्या रुख अपनाता है।
भागलपुर में जहां एक ओर दुर्गा पूजा के पंडालों में भक्तिमय माहौल है, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों का यह विरोध पर्व के बीच न्याय की लड़ाई का प्रतीक बन गया है। आने वाले दिनों में इस आंदोलन की दिशा और असर को लेकर जिलेभर में चर्चाएं तेज हो गई हैं।