
भागलपुर: बिहार सरकार बुनकरों के लिए लगातार नए अवसर और समर्थन सुनिश्चित कर रही है। इसी कड़ी में सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने आज भागलपुर सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य में बुनकरों और किसानों के हित में चल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि बिहार में लगभग 50 हजार बुनकर कार्यरत हैं। राज्य सरकार इन बुनकरों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने और उन्हें सीधे बाज़ार से जोड़ने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि बुनकरों की मेहनत का लाभ सीधे उन्हीं तक पहुंचे और बिचौलियों की आवश्यकता कम से कम हो।
सहकारिता मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि अब राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में बेड पर बिछाई जाने वाली चादरें बिहार के ही बुनकरों द्वारा बनाई जाएंगी। इससे बुनकरों को बड़े पैमाने पर काम मिलेगा और उनकी आमदनी में स्थायी सुधार होगा। मंत्री ने कहा कि यह कदम बुनकर समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पहले बुनकरों को सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए बिचौलियों पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें सीधे योजनाओं का लाभ मिलता है। इससे उनकी आय में वृद्धि हुई है और उनका सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण भी सुनिश्चित हुआ है।
प्रेम कुमार ने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में बिहार सरकार बुनकरों के लिए और भी नई योजनाएं लाएगी। इसका उद्देश्य न केवल उनकी आमदनी बढ़ाना है, बल्कि उनके उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना भी है।
बुनकरों के लिए यह सरकारी पहल उनके जीवन और रोजगार की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव लेकर आएगी। राज्य सरकार का यह कदम बुनकरों को सम्मान और अवसर दोनों प्रदान करता है, जिससे वे अपनी कला और मेहनत के दम पर आत्मनिर्भर बन सकेंगे।