
भागलपुर, 06 सितंबर: भागलपुर शहर के गुमटी नंबर एक इलाके में अंडरपास निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने कड़ा विरोध जताया है। हाल ही में रेलवे द्वारा चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद इस इलाके में खाली कराई गई जमीन पर अंडरपास बनाने की योजना शुरू की गई है। लेकिन स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रस्तावित अंडरपास का डिजाइन क्षेत्र की जरूरतों के अनुकूल नहीं है और इसके निर्माण से आने वाले समय में कई गंभीर समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेलवे द्वारा जिस डिजाइन पर काम शुरू किया गया है, उससे पूरे भीखनपुर इलाके के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उनका कहना है कि यह मार्ग न केवल आम आवाजाही का प्रमुख रास्ता है बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। हर साल इसी मार्ग से मूर्ति विसर्जन के लिए विशाल प्रतिमाएं ले जाई जाती हैं। यदि अंडरपास उसी डिजाइन में बनता है, तो विसर्जन के समय प्रतिमाओं को ले जाना बेहद कठिन हो जाएगा।
लोगों का यह भी कहना है कि अंडरपास का डिजाइन संकरा और ऊँचाई में कम है, जिससे भारी वाहनों और भीड़-भाड़ वाले मौकों पर जाम की समस्या बढ़ सकती है। स्थानीय दुकानदारों और निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस परियोजना पर पुनर्विचार करें और ऐसा डिजाइन तैयार करें जिससे आमजन को सुविधा मिले, न कि मुश्किलें।
रेलवे की ओर से कहा गया है कि अंडरपास का निर्माण शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और रेल फाटक पर लगने वाले जाम को कम करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। लेकिन स्थानीय लोगों का तर्क है कि यदि उनकी समस्याओं को ध्यान में रखे बिना अंडरपास बना तो उसका कोई लाभ नहीं होगा, बल्कि क्षेत्र की समस्याएं और भी बढ़ जाएंगी।
ग्रामीणों और शहरवासियों ने संयुक्त रूप से चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। फिलहाल, लोगों ने प्रशासन और रेलवे अधिकारियों से मिलकर अंडरपास के डिजाइन में संशोधन की मांग की है।