
भागलपुर, 06 सितंबर: भागलपुर जिले के अकबरनगर थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव में शनिवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई। 60 वर्षीय जमाल डोम ने अपने पोते की जान बचाने के लिए तालाब में छलांग तो लगा दी और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल भी लिया, लेकिन खुद की जान नहीं बचा सके। उनकी मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
मिली जानकारी के अनुसार, जमाल डोम स्नान कर चुके थे और इसी दौरान उनका पोता तालाब में नहा रहा था। अचानक खेलते-खेलते बच्चा गहरे पानी की ओर चला गया और डूबने लगा। जैसे ही दादा ने यह दृश्य देखा, उन्होंने बिना एक पल गंवाए तालाब में छलांग लगा दी। उन्होंने पूरी कोशिश कर पोते को बाहर निकाल लिया, लेकिन खुद गहरे पानी में फंस गए और बाहर नहीं निकल पाए।
गांव के लोगों ने शोर सुनते ही आनन-फानन में खोजबीन शुरू की। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने जमाल डोम का शव तालाब से बाहर निकाला। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि जमाल डोम बांस से सूप, पंखा और डालिआ बनाने का काम करते थे। इसी काम से वे अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। वे गांव में एक मेहनती और परिवार के प्रति समर्पित व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। उनकी मौत की खबर सुनते ही पूरे इलाके में मातम छा गया और लोग नम आंखों से उन्हें याद करने लगे।
गांव के लोगों का कहना है कि जमाल डोम ने अपने पोते की जिंदगी बचाकर एक मिसाल कायम की है। उनके साहसिक कदम की हर कोई सराहना कर रहा है। लेकिन परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है, क्योंकि घर के मुखिया के निधन से उनकी आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ेगा।
यह घटना न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए गहरा आघात है। लोग कह रहे हैं कि जमाल डोम का बलिदान हमेशा याद किया जाएगा।