
Bhagalpur News: भागलपुर जिले में अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया में हो रही देरी से मृतक कर्मियों के आश्रित गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। पिछले 45 दिनों से कई आश्रित जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी नियुक्ति संबंधी फाइलों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
एक टेबल से दूसरी टेबल दौड़ाया जा रहा
आश्रितों का कहना है कि वे हर दिन उम्मीद लेकर कार्यालय पहुंचते हैं, लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा उन्हें केवल एक टेबल से दूसरी टेबल दौड़ाया जाता है। महीनों से लगातार प्रयास के बावजूद उनकी फाइलें आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। इससे न केवल उनके समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि वे आर्थिक और मानसिक परेशानी से भी जूझ रहे हैं।
विभागीय लापरवाही का आरोप
पीड़ित आश्रितों ने साफ आरोप लगाया है कि विभागीय लापरवाही के कारण उन्हें अपने परिवार के भरण-पोषण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई आश्रित परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं। अनुकंपा नियुक्ति उनके लिए जीवनयापन का सहारा है, लेकिन प्रक्रिया में हो रही देरी ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
गुहार लगाई जिला शिक्षा पदाधिकारी से
आश्रितों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से गुहार लगाई है कि उनकी फाइलों का जल्द से जल्द निष्पादन किया जाए और उन्हें अनुकंपा के तहत नियुक्ति प्रदान की जाए। उनका कहना है कि अगर जल्द ही नियुक्ति नहीं मिली तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।
परिवार पर बढ़ा बोझ
कई आश्रितों ने बताया कि घर में कमाने वाला व्यक्ति अब नहीं रहा। ऐसे में पूरा परिवार उनकी नियुक्ति पर टिका हुआ है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर घरेलू खर्च तक सब प्रभावित हो रहे हैं। समय पर नियुक्ति नहीं मिलने से परिवार के सामने भरण-पोषण का संकट गहराता जा रहा है।