
पटना: बिहार की ऐतिहासिक और पवित्र धरती बोधगया से आज राज्य को विकास की एक नई दिशा मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मगध विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित भव्य समारोह में 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास, गृह प्रवेश और फ्लैग ऑफ कार्यक्रम किया। इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बिजली, रेल, सड़क, स्वास्थ्य, आवास, जलापूर्ति, शहरी एवं ग्रामीण संरचना, कैंसर केयर और नदी संरक्षण जैसी बहुप्रतीक्षित योजनाओं का शुभारंभ हुआ। इसके अलावा दो नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की विकास यात्रा में केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह योजनाएँ बिहार की तस्वीर और तकदीर बदलने वाली हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर बिहारवासियों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि कुल 14 प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है, जिनकी लागत 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इन योजनाओं से बिजली, सड़क और शहरी विकास के साथ-साथ आम लोगों के जीवन स्तर में बड़ा सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बिहार के पिछले 20 वर्षों के विकास कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 2005 से एनडीए सरकार बनने के बाद से राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। उन्होंने बताया कि वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं की पेंशन राशि 400 से बढ़ाकर 1100 रुपये की गई है। इसके अलावा जुलाई 2025 से सभी घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
रोजगार सृजन पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 10 लाख सरकारी नौकरी और 39 लाख से अधिक रोजगार दिए जा चुके हैं। आगामी 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार और नौकरी देने का लक्ष्य तय किया गया है। साथ ही नए उद्योग लगाने के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने गयाजी और बोधगया के विकास का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि फल्गु नदी पर रबर डैम, सीता सेतु, महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र और विशिष्ट अतिथि गृह का निर्माण कराया गया है। पहले गया को गयाजी नाम दिया गया, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और बढ़ा है।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने 2024 और 2025 के बजट में बिहार के लिए विशेष पैकेज दिया है, जिसमें मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर और बाढ़ नियंत्रण योजनाएँ शामिल हैं। साथ ही “खेलो इंडिया यूथ गेम्स” का आयोजन बिहार को सौंपा गया है, जो राज्य के लिए गर्व की बात है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई वरिष्ठ मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। यह अवसर न केवल बिहार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए विकास और जनभागीदारी की मिसाल साबित हुआ।