
पटना: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महा–अभियान ने सिर्फ तीन दिनों में ही बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। 16 अगस्त से 18 अगस्त तक पूरे बिहार में 23 लाख 08 हजार 574 जमाबंदी पंजी की प्रतियां रैयतों के बीच वितरित की गईं। यह राज्य की कुल जमाबंदी का लगभग 6.41 प्रतिशत है।
इस उपलब्धि में शेखपुरा जिला ने बाजी मारी है। यहां अब तक 24.02% जमाबंदी प्रतियां रैयतों के बीच दी जा चुकी हैं। इसके बाद जहानाबाद (14.48%), कैमूर (13.78%), नवादा (13.72%) और पूर्णिया (11.35%) क्रमशः दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। वहीं अररिया (11.16%), खगड़िया (11.15%), वैशाली (10.41%), गोपालगंज (10.28%) और किशनगंज (9.29%) भी शीर्ष 10 जिलों में शामिल हैं।
गौरतलब है कि राज्य के सभी 38 जिलों में कुल जमाबंदी की संख्या 3 करोड़ 59 लाख 88 हजार 935 है। इस महाअभियान का मकसद है कि ग्रामीणों को उनकी जमीन से जुड़ी जमाबंदी की प्रति आसानी से उपलब्ध हो सके और उन्हें दफ्तरों के चक्कर लगाने से छुटकारा मिले।
अभियान के तहत गांव–गांव जाकर राजस्व विभाग की टीमें जमाबंदी की प्रतियां वितरित कर रही हैं। साथ ही, मौके पर ही आवश्यक आवेदन प्रपत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि लोग जमीन से जुड़े अन्य काम भी निपटा सकें।
इस दौरान जमीन के अभिलेखों की अशुद्धियों का सुधार, बंटवारा नामांतरण, उत्तराधिकार नामांतरण और छूटी हुई जमाबंदियों को ऑनलाइन करने का काम तेजी से किया जा रहा है। विभाग का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक ग्रामीण अपने कागजात को सही करवा सकें और आने वाले समय में किसी भी प्रकार की परेशानी से बच सकें।
राजस्व महा–अभियान से ग्रामीणों में उत्साह देखा जा रहा है और इसे राज्य सरकार की एक बड़ी पहल माना जा रहा है, जो सीधे तौर पर लोगों को राहत देने वाला है।