
पटना: भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन सशस्त्र सीमा बल (SSB) के सीमान्त मुख्यालय, पटना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ती तस्करी और नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए एक अहम पहल की है। महानिरीक्षक, सीमान्त मुख्यालय पटना की पहल पर एंटी स्मगलिंग टास्क फोर्स (Anti Smuggling Task Force) और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन किया गया है।
महानिदेशक, SSB द्वारा औपचारिक रूप से गठित इन विशेष टास्क फोर्सों का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और युवाओं के भविष्य की रक्षा करना है।
- एंटी स्मगलिंग टास्क फोर्स में SSB के महानिरीक्षक, राज्य पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था), अपर पुलिस महानिदेशक (आर्थिक अपराध इकाई) और कस्टम (प्रिवेंटिव) के कमिश्नर शामिल होंगे।
- एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में SSB के महानिरीक्षक, राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, NCB के जोनल डायरेक्टर और कस्टम (प्रिवेंटिव) के कमिश्नर सदस्य होंगे।
इन टास्क फोर्सों का मकसद नशीली दवाओं, जाली मुद्रा, मानव तस्करी, वन्य संपदा, हथियार और विस्फोटक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क को पहचानना और नष्ट करना है। इसके साथ ही सीमावर्ती इलाकों में सख्त निगरानी, एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय और तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मासिक समीक्षा बैठकों के जरिए संयुक्त रणनीति भी तैयार की जाएगी।
महानिदेशक, SSB ने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के निर्देशों के अनुरूप है, जिसमें सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को एक टीम की तरह काम करने पर जोर दिया गया है। उन्होंने इसे सीमा प्रबंधन के लिए एक निर्णायक और ठोस कदम बताया।
इस अवसर पर IG निशीत कुमार उज्जवल, राज्य पुलिस और कस्टम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, NCB के जोनल डायरेक्टर एवं SSB के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।