
भागलपुर: भागलपुर रेलवे स्टेशन के पार्सल कार्यालय में अवैध वसूली और धमकी का एक गंभीर मामला सामने आया है। इस घटना ने न केवल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी उंगली उठाई है।
खगड़िया जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव निवासी डॉ. संजीव कुमार ने जीआरपी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि वे अपनी स्कूटी को बुक कराने के लिए भागलपुर रेलवे स्टेशन के पार्सल कार्यालय पहुंचे थे। उनके अनुसार, वहां मौजूद एक कर्मचारी ने पैकिंग के नाम पर उनसे ₹350 की मांग की।
डॉ. संजीव कुमार का कहना है कि जब उन्होंने इस अतिरिक्त शुल्क को देने से इंकार किया और इसका कारण पूछा, तो कर्मचारी भड़क गया। आरोप है कि कर्मचारी ने उनके साथ न केवल गाली-गलौज की, बल्कि आंख फोड़ देने जैसी गंभीर धमकी भी दे डाली। इस तरह की धमकी ने डॉक्टर को हिला कर रख दिया और उन्होंने तत्काल इस मामले की शिकायत भागलपुर जीआरपी थाने में दर्ज कराई।
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और मामले में शामिल कर्मचारी की पहचान और भूमिका की जांच की जा रही है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से यात्रियों में नाराजगी है। कई लोगों का कहना है कि पार्सल कार्यालय में आए दिन अतिरिक्त शुल्क वसूले जाने और कर्मचारियों के बदसलूकी करने की शिकायतें मिलती रहती हैं, लेकिन रेलवे प्रशासन इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाता। स्थानीय यात्री संगठनों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
रेलवे प्रशासन की ओर से अब तक इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यात्रियों का मानना है कि पार्सल सेवा में पारदर्शिता और कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए त्वरित सुधारात्मक कदम उठाना जरूरी है।