
Bhagalpur News: भागलपुर में जदयू के दो बड़े नेताओं के बीच चल रही तनातनी अब खुले विवाद में बदल चुकी है। गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल और भागलपुर के सांसद अजय मंडल के बीच सियासी जंग इस कदर तेज हो गई है कि दोनों एक-दूसरे पर गंभीर और व्यक्तिगत हमले करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं।
विवाद की शुरुआत कुछ दिन पहले हुई, जब विधायक गोपाल मंडल ने सांसद अजय मंडल और जदयू की प्रदेश महासचिव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस पर सांसद अजय मंडल ने विधायक के खिलाफ घोंघा थाना में मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज होने के बाद भी विवाद थमने के बजाय और भड़क गया।
गुरुवार को गोपाल मंडल ने प्रेस वार्ता कर सांसद अजय मंडल पर और भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि अजय मंडल एचआईवी पॉजिटिव हैं और ऐसे में उन्हें संसद जाने से रोका जाना चाहिए। यही नहीं, विधायक ने आरोप लगाया कि सांसद का पुराने आपराधिक मामलों से संबंध रहा है और उन्होंने कई हत्याओं को अंजाम दिया है।
इन आरोपों ने न केवल जिले की सियासत को गरमा दिया है, बल्कि जदयू के भीतर भी खलबली मचा दी है। पार्टी में गुटबाज़ी के संकेत पहले से मिल रहे थे, लेकिन अब यह लड़ाई खुले मंच पर आ गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप से पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान हो सकता है, खासकर ऐसे समय में जब बिहार में चुनावी माहौल बनने लगा है।
सांसद अजय मंडल ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विधायक के आरोप बेबुनियाद, आधारहीन और सियासी साजिश के तहत लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे और न्यायालय के माध्यम से अपनी छवि को साफ करेंगे। वहीं, गोपाल मंडल अपने बयानों पर अड़े हुए हैं और कहते हैं कि उनके पास अपने दावों के सबूत हैं, जिन्हें वे उचित समय पर सार्वजनिक करेंगे।
स्थानीय राजनीतिक गलियारों में यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बन गया है। सोशल मीडिया पर भी इस विवाद को लेकर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कई लोग इसे पार्टी के अंदरूनी सत्ता संघर्ष का नतीजा मान रहे हैं, तो कुछ इसे व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम बता रहे हैं।
अब देखना यह है कि जदयू नेतृत्व इस विवाद को शांत करने के लिए क्या कदम उठाता है और क्या पार्टी अनुशासन के तहत दोनों नेताओं पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं। फिलहाल, भागलपुर की सियासत में यह टकराव आने वाले दिनों में और भी तूल पकड़ सकता है।