
भागलपुर: स्वतंत्रता दिवस के पूर्व भागलपुर शहर ने आज देशभक्ति और एकता का अद्भुत नजारा देखा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भागलपुर इकाई के नेतृत्व में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और बिहार भाजपा के प्रदेश मंत्री अनिल ठाकुर उपस्थित रहे।
यात्रा की शुरुआत जिला स्कूल रोड से हुई, जहां भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और सैकड़ों नागरिक हाथों में तिरंगा लेकर जोश और उत्साह के साथ शामिल हुए। यात्रा के दौरान “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगातार गूंजते रहे, जिससे पूरा शहर देशभक्ति के रंग में सराबोर हो गया।
तिरंगा यात्रा का मार्ग विशेष रूप से तय किया गया था। यह जिला स्कूल रोड से निकलकर खरमनचक, भामाशाह चौक, महाराजा अग्रसेन चौक, स्टेशन चौक, डॉ. भीमराव अंबेडकर चौक, लोहिया पुल, पटल बाबू रोड, अजंता सिनेमा रोड, दीप नारायण स्मारक और घंटाघर चौक होते हुए पुनः जिला स्कूल रोड पर संपन्न हुई। पूरे रास्ते पर लोगों ने यात्रा का स्वागत किया और जगह-जगह पुष्पवर्षा की गई।
मुख्य अतिथि सैयद शाहनवाज हुसैन ने इस अवसर पर कहा कि तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि देश की आत्मा और अस्मिता का प्रतीक है। उन्होंने भागलपुर वासियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्र की एकता और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हर नागरिक को हमेशा तैयार रहना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की कि तिरंगे का सम्मान हर घर और दिल में जीवित रहे।
प्रदेश मंत्री अनिल ठाकुर ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं, बल्कि नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना को और मजबूत करना है। उन्होंने युवाओं से राष्ट्रहित के कार्यों में सक्रिय भागीदारी करने और समाज में एकता का संदेश फैलाने की अपील की।
भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस से पूर्व इस यात्रा का आयोजन पूरे शहर में देशभक्ति का माहौल बनाने और नागरिकों को अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों की याद दिलाने के लिए किया गया है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और शहरवासियों का आभार व्यक्त किया।
इस आयोजन में भाजपा के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। यात्रा के दौरान देशभक्ति के गीतों की धुन पर लोग झूमते रहे और कई सामाजिक संगठनों ने भी इसमें हिस्सा लिया। भागलपुर की यह तिरंगा यात्रा न केवल देशभक्ति का प्रतीक बनी, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि राष्ट्र की एकता और सम्मान के लिए पूरा शहर एकजुट है।