
भागलपुर: रंगरा प्रखंड के साधोपुर में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, जब जमींदारी बांध का एक हिस्सा अचानक ध्वस्त हो गया। इसके साथ ही कोसी नदी का उफनता पानी तेज़ी से निचले इलाकों में फैलने लगा, जिससे गांवों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों के अनुसार, बांध में कई दिनों से पानी का दबाव बढ़ रहा था, लेकिन मरम्मत या मजबूती के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
बांध टूटते ही साधोपुर, बनिया, भवानीपुर और आसपास की बस्तियां सबसे पहले प्रभावित हुईं। खेत, घर और सड़कों पर पानी भरने लगा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पानी का यह बहाव जारी रहा तो नवगछिया शहर और राष्ट्रीय राजमार्ग 31 (एनएच-31) भी खतरे में आ सकता है, जिससे स्थानीय और दूरगामी यातायात ठप पड़ने की आशंका है।
गांवों में लोग अपने घरों से सामान निकालने और सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे हैं। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग विशेष रूप से भयभीत हैं, जबकि पशुपालक मवेशियों को सुरक्षित ले जाने में संघर्ष कर रहे हैं। कई जगहों पर पानी की गहराई लगातार बढ़ रही है, जिससे हालात और गंभीर हो रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सीओ और पुलिस टीम मौके पर मौजूद हैं और नावों की व्यवस्था की जा रही है। जल संसाधन विभाग के इंजीनियर भी टूटे हिस्से का निरीक्षण कर रहे हैं, हालांकि तेज धारा के कारण तत्काल मरम्मत संभव नहीं है।
ग्रामीणों ने बांध की समय पर मरम्मत न होने पर नाराजगी जताई है, वहीं प्रशासन का कहना है कि पानी के फैलाव को रोकने और प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
अगर हालात पर काबू नहीं पाया गया तो यह बाढ़ साधोपुर से लेकर नवगछिया और एनएच-31 तक गंभीर असर डाल सकती है।