
भागलपुर: जिले में लोन दिलाने के नाम पर एक बड़े ठगी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसने न केवल लोगों की जेब खाली की, बल्कि महिलाओं की गरिमा के साथ भी खिलवाड़ किया। इस मामले ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है। कोतवाली थाना में दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपी खुद को एक कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों को आसान शर्तों पर लोन दिलाने का लालच देता था।
पीड़ितों का कहना है कि आरोपी बैंकों से उनके नाम पर तय राशि से कहीं अधिक लोन उठाता था और असली रकम का केवल एक हिस्सा ही उन्हें देता था। बाकी रकम वह अपने पास रख लेता था। इससे न सिर्फ लोग आर्थिक नुकसान झेलते थे, बल्कि उनके ऊपर बैंकों का कर्ज भी चढ़ जाता था।
महिला पीड़ितों ने चौंकाने वाला आरोप लगाया कि आरोपी कहता था— “बिना शादीशुदा को लोन नहीं मिलेगा” —और इस बहाने कई महिलाओं के माथे पर जबरन सिंदूर लगाकर उनकी तस्वीरें खींच लेता था। आरोप है कि इन तस्वीरों को वह दबाव बनाने और मानसिक प्रताड़ना के हथियार के रूप में इस्तेमाल करता था।
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक, आरोपी का कोई स्थायी ठिकाना नहीं था। कभी वह डाउटबाट इलाके में दिखाई देता, तो कभी शहर के अन्य हिस्सों में। इसी वजह से लोग उसे पकड़ नहीं पा रहे थे। बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने जिले और आसपास के सैकड़ों लोगों को निशाना बनाया है। कई पीड़ितों ने बताया कि लोन की रकम मिलने के बाद बैंक की वसूली नोटिस आने पर ही उन्हें असली ठगी का पता चला।
पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि सभी बिंदुओं पर तफ्तीश की जा रही है और जिन बैंकों के नाम का इस्तेमाल इस ठगी में किया गया, उनसे भी जानकारी मांगी जा रही है। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने कई फर्जी दस्तावेज़ और पहचान पत्रों का इस्तेमाल किया था।
जिला पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी लोन ऑफर के नाम पर बिना जांच-पड़ताल किए किसी को दस्तावेज़ न दें और संदेहास्पद गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें। साथ ही, इस मामले में आरोपी की तलाश तेज़ कर दी गई है और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर पूरे रैकेट का भंडाफोड़ हो जाएगा।