
भागलपुर : भागलपुर में गंगा नदी से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। मुंगेर जिले के बरियारपुर की रहने वाली कुमकुम देवी सुल्तानगंज के नमामि गंगे घाट पर स्नान कर रही थीं, तभी अचानक गंगा की तेज धारा में बह गईं। कुछ ही पलों में वे बीच धार में पहुंच गईं, जहां उनका सामना एक बहती हुई लाश से हुआ।
मौत के इस भयावह मंजर में वही लाश उनकी जिंदगी का सहारा बन गई। कुमकुम देवी ने मजबूती से लाश को पकड़ लिया और करीब 7 किलोमीटर तक बहते हुए तिलकपुर गांव के पास पहुंचीं। यहां एक नाविक की नजर उन पर पड़ी, जिसने तुरंत उन्हें सुरक्षित किनारे लाकर गांव वालों की मदद से घर पहुंचाया।
इस दौरान उनके परिजनों को पहले ही उनकी मौत की खबर मिल चुकी थी, लेकिन जब उन्होंने कुमकुम देवी को जिंदा देखा तो विश्वास करना मुश्किल हो गया। यह घटना एक बार फिर साबित करती है — “जाको राखे साईंया, मार सके ना कोय।”