
भागलपुर, बिहार: गांव की एक महिला ने बस इसलिए अपनी जान गंवा दी क्योंकि उसने एक बदमाश को अपना मोबाइल नंबर देने से इनकार कर दिया। यह दिल दहला देने वाली घटना गोपालपुर थाना क्षेत्र के बालू टोला गांव की है, जहां 26 वर्षीय विधवा महिला मोनी देवी, को गांव के ही बदमाश प्रकाश मंडल ने घर में घुसकर गोली मार दी। महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतका की पहचान बालू टोला निवासी स्व. जितेंद्र राम की पत्नी के रूप में हुई है। मोनी देवी अपने पति की मृत्यु के बाद बच्चों की परवरिश और गुजारे के लिए अपने घर से किराना दुकान चला रही थीं।
छेड़खानी और धमकी का पुराना सिलसिला
परिवार और ग्रामीणों के अनुसार, आरोपी प्रकाश मंडल बीते 10 वर्षों से मोनी देवी को परेशान करता आ रहा था। ससुर कैलाश राम ने बताया कि प्रकाश महिला पर गलत संबंध बनाने का दबाव डालता था। बुधवार की रात भी आरोपी ने महिला से मोबाइल नंबर मांगा, और जब उसने मना किया तो विवाद हुआ। महिला ने यह बात अपने ससुर को बताई, जिन्होंने सोचा कि सुबह गांव में पंचायत करेंगे।
लेकिन गुरुवार की सुबह, जब परिवार अभी दिनचर्या में लगा ही था, तभी आरोपी हथियार लेकर घर में घुस गया और एक बार फिर नंबर मांगने लगा। महिला द्वारा इनकार करने पर उसने कट्टा निकालकर गोली चला दी। मोनी देवी की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी घटना के बाद मौके से फरार हो गया।
चश्मदीदों की आपबीती
पड़ोस की महिला कंचन देवी ने बताया कि आरोपी अक्सर गांव में शराब पीकर हंगामा करता था और महिलाओं को परेशान करता था। उन्होंने कहा, “ऐसे अपराधी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।”
वहीं ग्रामीण नाथूराम ने बताया कि उन्होंने सुबह ही आरोपी को हथियार लेकर घूमते देखा था, लेकिन अंदाजा नहीं था कि वह हत्या कर देगा।
पुलिस जांच में जुटी, FSL टीम मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही नवगछिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओमप्रकाश पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
बच्चों से छिन गया माता-पिता का साया
मोनी देवी पहले से ही विधवा थीं। साल 2021 में कोरोना संक्रमण के दौरान उनके पति जितेंद्र राम का निधन हो गया था। वे अकेले ही अपने दो बच्चों—8 वर्षीय नूतन और 5 वर्षीय रोशन कुमार—की परवरिश कर रही थीं। अब मां की भी हत्या हो जाने से दोनों बच्चे अनाथ हो गए हैं। घटना के बाद से दोनों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।