
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना संग्रहालय के नवनिर्मित गंगा गैलरी, पाटली गैलरी और प्रेक्षा गृह का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने फीता काटकर और शिलापट्ट का अनावरण कर नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और प्रदर्शित वस्तुओं का बारीकी से अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय का विस्तारीकरण और उन्नयन कार्य अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार किया जा रहा है, जिससे यह संग्रहालय आनेवाले पर्यटकों को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से एक समृद्ध अनुभव देगा।
ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण और प्रदर्शन
पटना संग्रहालय, जिसे स्थानीय लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं, की स्थापना वर्ष 1915 में हुई थी। वर्तमान में इसका पुनरुद्धार कार्य कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और भवन निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है। यह संग्रहालय अब तीन ब्लॉकों में विभाजित है, जिसमें आधुनिक सुविधाएं, विशिष्ट गैलरियाँ और एक प्रेक्षा गृह शामिल है।
गंगा और पाटली गैलरी: बिहार की सांस्कृतिक आत्मा का चित्रण
- गंगा गैलरी में गंगा नदी की सांस्कृतिक यात्रा को दर्शाया गया है, जिसमें झिझिया, जट-जटिन, बिदेसिया जैसे लोकनृत्य और मधुबनी, मंजूषा, टिकुली जैसी पारंपरिक कलाओं को प्रदर्शित किया गया है। इस गैलरी का आकर्षण 53 फीट लंबा जीवाश्म वृक्ष है, जो 20 करोड़ वर्ष पुराना है।
- पाटली गैलरी मगध साम्राज्य के विकास, पाटलिपुत्र के इतिहास और चाणक्य जैसे महान विचारकों को समर्पित है। इसमें होलोग्राफिक प्रक्षेपण के माध्यम से चाणक्य से संवाद जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है।
टनल निर्माण कार्य का निरीक्षण और दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री ने पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय को जोड़ने वाली निर्माणाधीन टनल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि इस टनल का कार्य शीघ्रता से और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए, ताकि आगंतुक दोनों संग्रहालयों तक पैदल या इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से आसानी से पहुंच सकें।
उन्होंने साथ ही टनल के पास ऊपरी पुल के निर्माण और पार्क विकसित करने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
बिहार संग्रहालय का भी किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय का निरीक्षण करते हुए इसके विभिन्न भागों और प्रदर्शनों का अवलोकन किया। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि यह संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान कर रहा है और इसकी वजह से राज्य में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
आयोजन में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, भवन निर्माण सचिव कुमार रवि, संस्कृति विभाग के सचिव प्रणव कुमार, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम डॉ. त्यागराज एस.एम., एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा, और अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।