
सुलतानगंज, भागलपुर: सावन का पवित्र महीना भले ही समाप्ति की ओर बढ़ रहा हो, लेकिन बाबा भोलेनाथ के प्रति शिवभक्तों का जोश और श्रद्धा कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसी श्रद्धा और आस्था का अद्भुत नज़ारा इन दिनों सुलतानगंज गंगा घाट पर देखने को मिल रहा है, जहां 108 फीट लंबा कांवर भक्तों और दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
यह कांवर पटना के योगीपुर, कंकड़बाग से आए हुए 80 कांवरियों के एक विशेष जत्थे द्वारा लाया गया है, जो लगातार पिछले 12 वर्षों से इसी भव्य रूप में सुलतानगंज से देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम तक जल लेकर जाते हैं। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि इस विशेष कांवर को कंधा लगाने से संतान की प्राप्ति होती है।
श्रद्धालु मंटू कुमार ने बताया, “हर साल हम यही कांवर लेकर निकलते हैं। बाबा भोलेनाथ की कृपा से कई परिवारों को संतान सुख प्राप्त हुआ है। यह कांवर हमारे विश्वास और समर्पण का प्रतीक है।”
वहीं श्रद्धालु संगीता देवी कहती हैं, “इस कांवर को देखने मात्र से मन में असीम श्रद्धा और शक्ति का संचार होता है। यह सिर्फ एक कांवर नहीं, आस्था का प्रतीक है।”
गंगा घाट पर उपस्थित लोग न केवल इस विशाल कांवर को देखकर चकित हो जाते हैं, बल्कि इसकी महत्ता और भक्ति भावना को देखकर भावविभोर भी हो जाते हैं। सावन की इस पावन बेला में, यह नजारा निश्चित रूप से शिवभक्तों के लिए प्रेरणा और आस्था का प्रतीक बन गया है।