
भागलपुर: बिहार में बुधवार को हुए महागठबंधन के बिहार बंद को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इसी क्रम में भागलपुर पहुंचे राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए बंद को “लठबंधन” करार दिया और कहा कि यह पूरी तरह से राजनीतिक नौटंकी और अराजकता फैलाने की कोशिश थी।
मंत्री श्रवण कुमार का तीखा बयान
मंत्री ने कहा,
“बिहार बंद महागठबंधन का नहीं बल्कि ‘लठबंधन’ का था। जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत कल पूरी तरह चरितार्थ हुई।“
उन्होंने बताया कि एक राजद विधायक भैंस लेकर सड़क पर उतर गया, वहीं कई कार्यकर्ता लाठियों के साथ प्रदर्शन करते देखे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब जनता को भ्रमित करने और भय का माहौल बनाने की कोशिश थी।
पप्पू यादव पर निशाना
मंत्री श्रवण कुमार ने जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा:
“आपने देखा होगा कि पप्पू यादव को राहुल गांधी के काफिले में शामिल होने से रोका गया। उन्हें गाड़ी पर चढ़ने तक नहीं दिया गया। इससे साफ है कि बंद के आयोजकों के बीच कोई तालमेल नहीं था।“
उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन के भीतर ही असहमति, अविश्वास और दिशाहीनता की स्थिति है, जो उनके बीच की राजनीतिक अस्थिरता को दर्शाता है।
बंद को बताया पूरी तरह विफल
मंत्री ने बंद को पूरी तरह विफल बताते हुए कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि ऐसे आंदोलन उनके भले के लिए नहीं, बल्कि केवल राजनीतिक स्टंट हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनहित में लगातार कार्य कर रही है और विपक्ष केवल हंगामा और भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करना चाहता है।