
नवगछिया/नारायणपुर: देश के सबसे बड़े छात्र संगठनों में से एक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मंगलवार को पूरे देशभर में अपना 77वां स्थापना दिवस उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। इस अवसर पर नवगछिया नगर इकाई एवं नारायणपुर इकाई द्वारा अलग-अलग स्थानों पर झंडोतोलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
नवगछिया इकाई में झंडोतोलन और प्रेरक संबोधन
नवगछिया नगर इकाई के कार्यक्रम में नगर सह मंत्री साक्षी भारद्वाज और नगर उपाध्यक्ष श्रीओम सिंह ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कला मंच के बिहार प्रांत संयोजक विश्वास वैभव ने छात्र कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा:
“विद्यार्थी परिषद की स्थापना 9 जुलाई 1949 को हुई थी और तब से यह संगठन राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लक्ष्य को लेकर लगातार सक्रिय है। परिषद व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में विश्वास रखता है और इसी मूल मंत्र के साथ यह संगठन आज अपने 77वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है।”
उन्होंने सभी युवाओं से अपील की कि जब विद्यार्थी परिषद अपना 100वां स्थापना दिवस मनाए, तब तक सभी युवा भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के संकल्प के साथ कार्य करें।
कार्यक्रम में नगर उपाध्यक्ष श्रीओम सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद युवाओं की आवाज है और युवाओं के लिए कार्य करता है। उन्होंने इसे “छात्र शक्ति ही राष्ट्रीय शक्ति” का मूर्त रूप बताया।
नगर सह मंत्री एवं प्रांत छात्रा सह संयोजक साक्षी भारद्वाज ने सभी वर्तमान और पूर्व कार्यकर्ताओं तथा शिक्षक सदस्यों को शुभकामनाएँ दीं।
उपस्थित प्रमुख कार्यकर्ता:
विश्वास वैभव, श्रीओम सिंह, राहुल शर्मा, कुसुम कुमारी, दीपा कुमारी, शुभम कुमार, दीक्षा मिश्रा, शिवानी कुमारी, हरिनंदन, निकिता कुमारी, मुस्कान, ईशा, आदिति, कनिष्का, काजल, रजनी सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
नारायणपुर इकाई में भी मनाया गया स्थापना दिवस
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नारायणपुर इकाई द्वारा भी स्थापना दिवस के अवसर पर झंडोतोलन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रवासी रूप में राष्ट्रीय कला मंच प्रांत संयोजक विश्वास वैभव और पूर्व जिला संगठन मंत्री विजय कुमार की विशेष उपस्थिति रही।
झंडोतोलन के दौरान उपस्थित प्रमुख कार्यकर्ता:
कुंदन पोद्दार, पंकज यादव, संजीव शर्मा, शुभम कुमार, प्रेम कुमार, प्रदीप कुमार सहित कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे और उन्होंने संगठन की विचारधारा और लक्ष्य को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
संघर्ष, सेवा और संगठन की प्रेरणा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह स्थापना दिवस केवल उत्सव नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति युवाओं की सकारात्मक ऊर्जा, प्रतिबद्धता और नेतृत्व क्षमता को दिशा देने का अवसर भी है। संगठन का मूल मंत्र — ज्ञान, शील और एकता — आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना 1949 में था।