
पटना: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM) को लेकर उन्होंने बताया कि यह अल्पसंख्यक सिख समुदाय द्वारा स्थापित मेडिकल कॉलेज है, जिस पर जायसवाल ने अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है।
PK ने कहा कि दिलीप जायसवाल, जो कभी इसी कॉलेज में क्लर्क थे, पिछले 25 वर्षों से सत्ता और संपर्कों का दुरुपयोग करते हुए कॉलेज पर काबिज हैं। उन्होंने सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को ट्रस्ट से बाहर कर दिया और राजेश शाह हत्याकांड में उनकी कथित संलिप्तता की भी बात कही। PK ने आरोप लगाया कि जांच करने वाले पुलिस अधिकारी की पत्नी को उसी कॉलेज से MBBS की डिग्री मिली जिससे जांच की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं।
मोलेश्वर सिंह परिवार की गुहार: “हमारे पिता को हटाकर कब्जा किया गया”
कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के पुत्र गुरुदयाल सिंह और पुत्री अमृत कौर ने भावुक होकर कहा कि उनके पिता को साजिशन हटाकर दिलीप जायसवाल ने ट्रस्ट और कॉलेज पर कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें जान का खतरा है और उन्होंने CBI व ED जांच की मांग की है।
राजनीतिक चुप्पी पर सवाल
प्रशांत किशोर ने सवाल उठाया कि राजद, भाजपा और जदयू तीनों पार्टियां इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा, “जब व्यक्तिगत लाभ की बात आती है तो सभी पार्टियां साथ हो जाती हैं।” PK ने दावा किया कि राबड़ी देवी ने दिलीप जायसवाल को “मुंह बोला भाई” कहा था और पिछले दो दशकों में 50 से अधिक नेताओं और अफसरों के बच्चों को मेडिकल कॉलेज में मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन दिलवाया गया, इसलिए कोई इनके खिलाफ नहीं बोल रहा।
कानूनी पहलू: ट्रस्ट एक्ट का उल्लंघन
वरिष्ठ अधिवक्ता वाई बी गिरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिलीप जायसवाल ट्रस्ट एक्ट और रजिस्ट्रेशन एक्ट का उल्लंघन कर MGM कॉलेज के डायरेक्टर बने हैं। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट में कम से कम दो-तिहाई सदस्य सिख समुदाय से होने चाहिए, लेकिन इसकी अनदेखी की गई है।
गिरी ने राजेश शाह हत्याकांड का जिक्र करते हुए बताया कि शाह की बहन ने कोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा है कि दिलीप जायसवाल हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, इसके बावजूद उन्हें क्लीन चिट दी गई। उन्होंने ऐलान किया कि वह इस मामले को कोर्ट में चुनौती देंगे।
जन सुराज की मांग
- सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को ट्रस्ट और कॉलेज का स्वामित्व लौटाया जाए
- राजेश शाह हत्याकांड की निष्पक्ष और दोबारा जांच कराई जाए
- दिलीप जायसवाल तत्काल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें
- पूरे प्रकरण की CBI/ED से जांच कराई जाए
- आयुष्मान योजना के तहत कॉलेज द्वारा की जा रही फर्जीवाड़े की जांच हो
PK का एलान: सड़क से संसद तक लड़ाई
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि जन सुराज पार्टी इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट और जनता दोनों के बीच लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही कॉलेज में आयुष्मान कार्ड के नाम पर किए गए करोड़ों के घोटाले का भी पर्दाफाश किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व विधायक किशोर कुमार, पूर्व उप सेना प्रमुख एस.के. सिंह, महासचिव सुभाष सिंह कुशवाहा, पूर्व आईपीएस आर.के. मिश्रा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।