
बिहार सरकार के नवीन निर्णय के तहत भागलपुर जिले में जीविका स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसरों की साफ-सफाई का जिम्मा सौंपा गया है। इस पहल का उद्देश्य न केवल सरकारी कार्यालयों को स्वच्छ बनाना है, बल्कि स्थानीय स्तर पर महिलाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करना है। शुरुआत जिले के गोराडीह, गोपालपुर और नारायणपुर प्रखंडों से हुई है, जहां जीविका दीदियों ने मंगलवार से सफाई कार्य प्रारंभ कर दिया है। गोपालपुर में तीन और गोराडीह व नारायणपुर में दो-दो जीविका दीदियाँ कार्यरत हैं। आने वाले दिनों में जिले के अन्य 13 प्रखंडों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
रोजगार और स्वच्छता दोनों को मिलेगा बढ़ावा
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक श्री सुनिर्मल गरेन ने बताया कि इससे पूर्व सदर अस्पताल (भागलपुर), नवगछिया और कहलगांव अनुमंडल अस्पताल सहित अनुसूचित जाति/जनजाति आवासीय विद्यालयों में भी जीविका दीदियाँ साफ-सफाई का कार्य कर रही हैं। इन संस्थानों में कुल 97 दीदियाँ पहले से कार्यरत हैं। अब 16 प्रखंड कार्यालयों में सफाई व्यवस्था शुरू होने से लगभग 80 और जीविका दीदियों को रोजगार मिलने की संभावना है।
इस कार्य से जीविका समूहों की आय में भी वृद्धि होगी और महिलाओं को अपने गांव-घर के पास ही स्थायी रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
महिला संवाद कार्यक्रम से मिली प्रेरणा
यह निर्णय महिला संवाद कार्यक्रमों के दौरान सामने आई महिलाओं की रोजगार संबंधी मांगों के बाद लिया गया है। सरकार ने महिलाओं की आवाज को प्राथमिकता देते हुए स्थानीय स्तर पर रोजगार सुनिश्चित करने की दिशा में यह ठोस कदम उठाया है।
यह पहल न केवल कार्यालय परिसर को स्वच्छ रखने में सहायक होगी, बल्कि “स्वच्छता, आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण” की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण भी प्रस्तुत करेगी।