
Bhagalpur News: भागलपुर की रहने वाली पूनम पांडेय ने अपनी छत को फूलों के प्रति अपने गहरे लगाव से एक जीवंत बग़ीचे में तब्दील कर दिया है। उनकी छत पर 63 अलग-अलग किस्म के फूल खिले हुए हैं, जो न सिर्फ देखने में बेहद सुंदर हैं, बल्कि मानसिक सुकून और सकारात्मक ऊर्जा का भी स्रोत हैं।
फूलों से बंधा एक रिश्ता
पूनम पांडेय, जो पेशे से एक प्राइवेट टीचर हैं, बताती हैं कि उन्हें बचपन से ही फूलों से खास लगाव रहा है। उन्होंने अपनी छत पर गुलाब, गेंदा, डहेलिया, जीनिया, पिटूनिया, बेला, रातरानी जैसे तमाम फूलों की देखभाल करते हुए एक मिनी गार्डन खड़ा कर दिया है। पहली नजर में यह छत किसी पेशेवर बोटैनिकल गार्डन से कम नहीं लगती।
“ये फूल मेरे बच्चों जैसे हैं”
पूनम कहती हैं – “ये फूल सिर्फ पौधे नहीं, मेरे बच्चों जैसे हैं। मैं रोज़ इनकी देखभाल करती हूं, पानी देती हूं, बातचीत भी करती हूं। इनसे जो सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, वह किसी दवा या किताब से नहीं मिलती।”
प्रकृति से लगाव का बेहतरीन उदाहरण
भागलपुर जैसे शहरी क्षेत्र में जहां हरियाली दिन-ब-दिन घटती जा रही है, वहां पूनम का यह फूलों से भरा छत किसी हरित संदेश से कम नहीं है। उनका यह बगीचा सिर्फ सुंदरता नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है।
स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय
पूनम का यह गार्डन अब भीखनपुर और आस-पास के लोगों के बीच प्रेरणा का स्रोत बन चुका है। कई लोग उनके गार्डन को देखने आते हैं और उनसे बागवानी के टिप्स भी लेते हैं।