
Bhagalpur News: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून को लेकर एक बार फिर सियासी हलकों में हलचल तेज हो गई है। राजद के भागलपुर जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वे कथित तौर पर शराब का सेवन करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो सुल्तानगंज इलाके का है, जहां वे एक पार्टी कार्यकर्ता के घर पर गए थे। वहीं यह वीडियो चुपके से रिकॉर्ड कर लिया गया।
इस वीडियो के सामने आने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने 2016 में शराबबंदी लागू की थी। इसके तहत शराब पीना, बेचना और परिवहन करना पूरी तरह से गैरकानूनी है। उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना और जेल की सजा का प्रावधान है।
शराबबंदी कानून की धज्जियां
सरकार द्वारा प्रचार-प्रसार और सख्ती के बावजूद आए दिन शराबबंदी कानून के उल्लंघन की खबरें सामने आती रहती हैं। लेकिन जब एक सत्ताधारी गठबंधन दल के वरिष्ठ नेता पर ही शराब सेवन का आरोप लगे, तो यह कानून की प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
राजनीतिक बयानबाजी शुरू
वीडियो वायरल होते ही विपक्षी दलों ने सरकार और राजद पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं ने इसे ‘दोहरे मापदंड’ का उदाहरण बताया है और जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
पार्टी और प्रशासन की चुप्पी
अब तक इस मामले में न तो चंद्रशेखर यादव की ओर से कोई सफाई आई है और न ही राजद नेतृत्व या जिला प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है। हालांकि वीडियो की सत्यता की पुष्टि प्रशासन द्वारा जांच के बाद ही की जा सकेगी, लेकिन वायरल होते ही इसने एक बड़े राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है।
क्या होगी कार्रवाई?
अगर जांच में वीडियो असली पाया जाता है, तो यह मामला कानून के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आएगा और जिलाध्यक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। साथ ही यह राजद की छवि पर भी असर डाल सकता है, खासकर तब जब शराबबंदी को लेकर सरकार खुद को कटिबद्ध बताती रही है।