
Bhagalpur News: स्मार्ट सिटी के तहत भागलपुर शहर को आधुनिक ट्रैफिक सिस्टम से लैस करने की योजना फिलहाल पटरी से उतरती नज़र आ रही है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर लगाए गए स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल कुछ ही दिनों में खराब हो गए हैं, जिससे यातायात व्यवस्था फिर से बुरी तरह चरमरा गई है।
लाखों की लागत से स्थापित की गई यह व्यवस्था न सिर्फ बेअसर साबित हो रही है, बल्कि अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। कहीं सिग्नल काम नहीं कर रहा, तो कहीं एक साथ सभी लाइटें जल रही हैं।
स्थानीय वाहन चालकों की मानें तो उन्हें यह समझ ही नहीं आता कि सिग्नल चालू है या बंद। एक ऑटो चालक ने बताया, “हम जाम में फंस जाते हैं, मालिक को क्या बताएँ? वो समझता है कि हम जानबूझकर देर कर रहे हैं। रोज़ डांट पड़ती है। अब हम जाएँ तो जाएँ कहाँ?”
ट्रैफिक पुलिस भी इन हालातों से जूझ रही है। अफरा-तफरी के बीच मैन्युअल तरीके से ट्रैफिक कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन भीड़भाड़ वाले इलाकों में यह काम आसान नहीं है।
प्रशासन की चुप्पी, जनता की नाराज़गी
इन खराब सिग्नलों को लेकर जब संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा जाता है, तो वे चुप्पी साध लेते हैं। न तो कोई स्पष्ट जानकारी दी जाती है, न ही सुधार की कोई ठोस समयसीमा बताई जाती है।
शहरवासियों का सवाल साफ है – “अगर यह स्मार्ट सिटी है, तो फिर इतनी जल्दी सब कुछ खराब क्यों हो गया? क्या इन योजनाओं की कोई निगरानी नहीं की जा रही?”
स्मार्ट सिटी योजना के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन ज़मीनी सच्चाई बताती है कि तकनीकी व्यवस्थाएं लंबे समय तक टिक नहीं पा रही हैं।
अब देखना यह है कि कब तक इन खराब ट्रैफिक लाइटों की मरम्मत होती है और जनता को इस अफरा-तफरी से राहत मिलती है। फिलहाल, शहर की सड़कों पर फिर वही पुराना जाम लौट आया है।