
भागलपुर: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 71वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा शनिवार को जिले के 44 केंद्रों पर आयोजित की जा रही है। परीक्षा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक हुई। परीक्षा केंद्र नगर निगम क्षेत्र के अलावा जगदीशपुर में भी बनाए गए थे। सुबह से ही हजारों की संख्या में परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे।
आयोग की ओर से स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए थे कि सभी अभ्यर्थियों को सुबह 9:30 बजे से प्रवेश दिया जाएगा और ठीक 11 बजे गेट बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। जो उम्मीदवार समय पर पहुंचे, वे सफलतापूर्वक प्रवेश कर परीक्षा में शामिल हो गए, लेकिन जो कुछ देर से पहुंचे उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। कई केंद्रों पर देर से आने वाले अभ्यर्थियों को निराश होकर लौटना पड़ा।
कड़ी सुरक्षा और जांच व्यवस्था
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी। मुख्य द्वार पर अभ्यर्थियों की कड़ी जांच की गई। किसी भी परीक्षार्थी को मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, घड़ी या अन्य प्रतिबंधित सामग्री अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी। सभी प्रतिबंधित सामग्री बाहर ही जमा कराई गई।
IPRD द्वारा जारी बयान में जिला पदाधिकारी (DM) ने बताया कि परीक्षा को शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त कराने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू की गई और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मजिस्ट्रेट तथा पुलिस बल की तैनाती की गई।
परीक्षा का पैटर्न और निगेटिव मार्किंग
71वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा दो घंटे की रही, जिसमें 150 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गए। इस बार भी आयोग ने निगेटिव मार्किंग लागू की है। प्रत्येक गलत उत्तर पर अंक काटे जाएंगे। परीक्षा शुरू होने के बाद किसी भी परीक्षार्थी को बीच में बाहर जाने या पानी पीने की अनुमति नहीं दी गई।
परीक्षा को लेकर उत्साह
सुबह से ही केंद्रों के बाहर परीक्षार्थियों में उत्साह और तनाव दोनों देखा गया। कई केंद्रों पर अभिभावक भी अपने बच्चों को छोड़ने पहुंचे थे। प्रशासन की सतर्कता और परीक्षार्थियों की भीड़ के बीच परीक्षा का आयोजन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
बीपीएससी की यह परीक्षा राज्य की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की प्रक्रिया से गुजरना होगा।