
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार) : आत्मा भागलपुर की ओर से व्यावसायिक मधुमक्खी पालन और प्रसंस्करण विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 26 से 30 जुलाई तक आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत भागलपुर कृषि कार्यालय परिसर में हुई, जबकि प्रैक्टिकल सेशन का आयोजन बिहार कृषि विश्वविद्यालय परिसर में किया गया, जिसका समापन शुक्रवार को जिला कृषि कार्यालय परिसर में किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न प्रखंडों से कुल 89 चयनित महिला और पुरुष मधुमक्खी पालन करने वाले पुरुष और महिला किसानों को बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कीट विज्ञान विभाग के अध्यक्ष सह मुख्य वैज्ञानिक डॉ एस एन रॉय, कीट वैज्ञानिक डॉ रामानुज विश्वकर्मा और मधुमक्खी पालक और उद्यमी संजय चौधरी ने ट्रेनिंग दी। कार्यक्रम को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी सह आत्मा के परियोजना निदेशक कृष्णकांत झा ने कहा कि जिले में किसान द्वारा बड़े पैमाने पर मधु उत्पादन किया जा रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि बिहार एग्रीकल्चर मैनेजमेंट एंड एक्सटेंशन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट पटना की ओर से राज्य स्तर पर बिहार के सभी 38 जिलों से मधु उत्पादन के पांच पांच किसानों की प्रतियोगिता के बाद भागलपुर, बिहपुर के मधुमक्खी पालक किसान संजय चौधरी को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षक के लिए चयनित किया गया। वहीं आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि जिले में उद्यानिक फसलों के साथ सरसो, लीची, तुलसी, आदि की पर्याप्त मात्रा में खेती होने के कारण झारखंड और पश्चिम बंगाल आदि राज्य के किसानों द्वारा बक्सा लाकर मधु उत्पादन किया जा रहा हैं। जिससे मधु उत्पादन और इससे जुड़े अन्य प्रकार के स्वरोजगार का सृजन होगा।