
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा/ईशु राज
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : बिहार सरकार के लाख दावे के बाद भी सुशासन की व्यवस्था में काफी खामियां देखने को मिल रही है। एक ओर जहां बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा मुहैया कराने का दावा शासन प्रशासन की ओर से किया जाता है, वहीं कई जगहों पर बदतर व्यवस्था इसकी पोल खोल रही है।

दरअसल हम बात कर रहें हैं भागलपुर कंपनीबाग स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय की, जहां की अव्यवस्था से परेशान छात्रों का सब्र मंगलवार को टूट गया, और आक्रोशित छात्रों ने अपनी मांग को लेकर समाहरणालय मुख्य द्वार के समक्ष जमकर धरना प्रदर्शन किया।

छात्रों के धरना प्रदर्शन के कारण पटेल चौक पर जाम की स्थिति बन गई, जिससे वाहनों का परिचालन भी काफी देर प्रभावित हुआ। वहीं छात्रों ने जिला प्रशासन और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन से मिलने की मांग की, जिसके बाद डीएम की गैर मौजूदगी में एडीएम राजेश झा राजा, एसडीओ धनंजय कुमार, एएसडीओ अनु कुमारी, सिटी एएसपी शुभम आर्य, डीटीओ फिरोज अख्तर समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।

जिसके बाद अधिकारियों ने आक्रोशित छात्रों को काफी समझने का प्रयास किया, लेकिन आवासीय विद्यालय के छात्र डीएम से मिलने की बात पर अड़े रहे। हालांकि बाद में छात्रों ने अपनी बात अधिकारियों के समक्ष रखी, जिसके बाद त्वरित पहल करते हुए एसडीओ और ए एसडीओ छात्रों की शिकायत पर कंपनीबाग स्थित अंबेडकर आवासीय विद्यालय पहुंचे, और विद्यालय के साथ पूरे आवासीय परिसर का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को हॉस्टल में कई कमियां देखने को मिली, जिसपर नाराजगी जताते हुए एसडीओ धनंजय कुमार ने विद्यालय के प्राचार्य को जमकर फटकार लगाई, और व्यवस्था से जुड़ी सभी जानकारी लिखित रूप उपलब्ध कराने को कहा। निरीक्षण के दौरान एसडीओ और ए एसडीओ ने हॉस्टल के भवन समेत बाथरूम, शौचालय, कंप्यूटर रूम, खाने के मेन्यू, बेड, क्लासरूम, बिजली पानी की व्यवस्था और ठंड से बचाव के लिए कंबल की उपलब्धता की जानकारी ली।

जिसमें हर ओर अधिकारियों को अव्यवस्था का आलम दिखाई दिया। इधर एसडीओ ने सख्त लहजे में जब खाने के मेन्यू समेत तमाम लापरवाहियों और विद्यालय की जर्जर स्थिति पर प्राचार्य से पूछा तो प्राचार्य संतोषजनक जवाब भी नहीं दे सके।

वहीं इसके बाद एसडीओ ने छात्रों को विद्यालय और हॉस्टल में बेहतर सुविधा मुहैया कराने की बात कही। इधर छात्रों कहा कि स्कूल में ना तो ठीक से मेन्यू के अनुसार खाना दिया जाता है, और ना ही कंप्यूटर सिखाने के लिए शिक्षक है, जिससे छात्र विद्यालय में काफी परेशानी में जीने को विवश हैं।

साथ ही कहा कि विद्यालय में 474 स्टूडेंट है, जिसमें प्रत्येक स्टूडेंट के लिए 23 सौ रुपए का बजट है, लेकिन बावजूद इसके आवासीय विद्यालय के छात्र प्रबंधन की मनमानी से अभावग्रस्त जीवन जी रहें हैं।