
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर के चर्चित सृजन घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के बड़े व्यवसायी प्रणव कुमार घोष को पटना में गिरफ्तार कर बेउर जेल भेज दिया। बताया जाता है कि सृजन घोटाला और मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी की टीम ने पी के घोष को पूछताछ के लिए पटना बुलाया था और पूछताछ के क्रम में सामने आई जानकारी और ईडी को मिले सबूतों के आधार पर शनिवार की शाम टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पीके घोष की गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक संतोष कुमार मंडल की अगुवाई में की गई। जानकारी के अनुसार सृजन घोटाला की साजिश में पी के घोष को सृजन महिला की सचिव मनोरमा देवी का मुख्य सलाहकार माना जा रहा है, और ईडी ने पी के घोष को मनी लाउंड्रिंग के तहत दोषी पाया है। इसके अलावा घोटाला में आपराधिक षड्यंत्र, फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी समेत कई प्रकार के आरोपों की भी जाँच केंद्रीय जाँच एजेंसी ईडी और सीबीआई की टीम कर रही है। वहीं सृजन घोटाले में पी के घोष की हुई गिरफ्तारी के बाद से घोटाले में शामिल कई व्यवसायियों और सफेदपोशों के बीच हड़कंप मच गया है, जिससे एक बार फिर से घोटाले के कई आरोपियों के अंडरग्राउण्ड होने की खबर आ रही है। हालांकि सीबीआई और ईडी की टीम मामले की गहन जांच और पूछताछ के आधार पर कार्रवाई में जुटी है। बता दें कि 7 अगस्त 2017 को सृजन घोटाला उजागर हुआ था जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम और जिला पुलिस ने मामले में हुए फर्जीवाड़े और सरकारी राशि के गबन मामले की जाँच शुरू की थी। जबकि घोटाले में लगातार हो रहे नए खुलासे और सरकार पर बढ़ते दबाव के कारण बाद में मामले की जाँच सीबीआई और ईडी को सौंप दी गई। जिसके बाद जाँच एजेंसी सीबीआई और ईडी ने कार्रवाई करते हुए पिछले वर्ष घोटाले से जुड़े कई लोगों के संपत्ति को भी जब्त किया था।