
रिपोर्ट- संजीव कुमार
सिल्क टीवी/सुल्तानगंज(बिहार) : भागलपुर सुलतानगंज में सावन की पहली सोमवारी पर गंगा नदी में तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई। तीन गंगा नदी में स्नान करने पहुंचे थे। वहीं यह जानते हुए कि सावन का महीने में बड़ी संख्या में लोग नदी में स्नान करने के लिए पहुंचेंगे, प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। वह भी तब जबकि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।तीनों युवको की डूबने की घटना सुल्तानगंज थाना क्षेत्र की बतायी जा रही है। बताया गया कि सावन के पहले सोमवारी को लेकर जहाज घाट मे गंगा स्नान करने आए विभिन्न जगहों के शिव भक्तो में तीन शिव भक्त गंगा मे डुबने से मौत हो गई हैं। गंगा स्नान के दौरान डूबने वालों में से नाथनगर के साहिबगंज निवासी विजय मंडल ने बताया कि मेरा पुत्र सौरभ कुमार उम्र 18 वर्ष गंगा स्नान करने आया हुआ था तभी गंगा मे डुबने से मौत हो गई। वहीं दूसरे गायत्री देवी ने बताया कि छोटा पुत्र मुकेश कुमार उम्र 15 गंगा स्नान के लिए आया हुआ था। तभी स्नान करने के दौरान मौत हो गई हैं। साथ ही ज्योति देवी ने बताया कि पुत्र राहुल कुमार 16 वर्ष नाथनगर पासीटोला का रहनेवाला हैं। जो सुबह गंगा स्नान करने के दौरान मौत हो गई है। फिलहाल नदी में डूबे एक का शव खोजने में सफलता मिली है। नाथनगर के साहेबगंज के रहने वाले सौरभ कुमार का जिसको नगर परिषद के नाव के द्वारा खोजबीन में निकाला गया है।आठ घंटे के बाद भी नहीं पहुंची सहायता इस घटना से आठ घंटा बित जाने के बावजूद कोई भी प्रशासन या एसडीआरएफ कि टीम गंगा घाट मे नहीं पहुची हैं बता चलें कि इतनी बड़े घटना प्रशासन की लापरवाही से हुई घटना श्रावणी मेला और गंगाजल भवानीपुर जिला प्रशासन के द्वारा पूरी तरह रोक लगाई गई है लेकिन श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करने से रोकने के लिए घाट पर पुलिस की तैनाती नहीं गई जो घाट खतरनाक है उसे ना तो चिन्हित किया गया और ना ही वहां कोई पोस्टर या बैनर लगाया गया है प्रतिवर्ष जहाज घाट श्री घाट सहित अन्य खतरनाक घाटों को नगर परिषद के द्वारा चिन्हित किया जाता था बैरिकेडिंग की जाती थी लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं किया गया